नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के अशोक विहार थाना इलाके में रविवार को 7 साल का प्रिंस रोजाना की घर से खेलने निकला था. मगर काफी देर बाद भी वह घर नहीं लौटा. इस दौरान परिवार के लोग परेशान होने लगे. परिवार मजदूरी का काम करता है. इसके बाद परिजनों ने अशोक विहार पुलिस थाने पहुंचे. उन्होंने अपने 7 वर्ष के बेटे प्रिंस की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और उसकी तलाश शुरू कर दी. तभी किसी ने ये जानकारी दी कि उसे आखिरी बार नाले पास देखा गया था.
इसके बाद पुलिस की टीम ने गोताखोरों की मदद से नाले के पास जांच अभियान चलाया. तब प्रिंस का शव नाले से बरामद किया गया. पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. इस मामले में गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टमें करवाने के बाद देखा जाएगा कि क्या बच्चे की मौत डूबने से हुई या किसी अन्य कारण से हुई.
छह फीट चौड़ा व आठ फीट गहरा है नाला
पुलिस और परिजनों के मिलकर जब खोजबीन की तो बच्चे का शव नाले में मिला. इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को बाहर निकाला. उसे पास के अस्पताल में गए. यहां पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. स्थानीय निगम पार्षद योगेश वर्मा का कहना है कि यह नाला Delhi State Industrial and Infrastructure Development Corporation के आधीन में आता है. इसके रखरखाव और सफाई की जिम्मेदारी एमसीडी की है. यह छह फीट चौड़ा व आठ फीट गहरा है.
इस नाले के संग किसी तरह की सुरक्षा दीवार नहीं है. सड़क भी टूटी हुई है. इस दीवार के निर्माण को लेकर कई बार गुहार लगाई जा चुकी है. मगर विभाग की ओर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. नाले के संग अगर किसी तरह की सुरक्षा दीवार होती तो शायद इस बच्चे की डूबने से मौत न हुई होती.