नेशनल कांफ्रेंस के नेता व पूर्व एमएलसी त्रिलोक सिंह वजीर का शव बाहरी दिल्ली के मोती नगर थाना क्षेत्र के बसई दारापुर इलाके में मिला. गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे स्थानीय लोगों ने डब्ल्यूजेड 523 नंबर फ्लैट से बदबू आने की शिकायत पुलिस से की. पुलिस जब फ्लैट में घुसी तो हैरान रह गई. टीएस सिंह का शव सड़ी गली अवस्था में पड़ा हुआ है. इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव की पहचान की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने मामले की जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस को भी दी है. त्रिलोचन सिंह वजीर का तीन सितंबर के बाद से परिवार से कोई संपर्क नहीं हो सका था जिससे परिजन परेशान थे.
त्रिलोचन सिंह वजीर जम्मू के एक प्रमुख सिख नेता हैं और वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के एमएलसी भी रह चुके हैं. इसके साथ ही त्रिलोचन सिंह वजीर जम्मू-कश्मीर के एक प्रमुख ट्रांसपोर्टर हैं. वह ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष भी हैं. इसके साथ ही त्रिलोचन सिंह वजीर कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं. जम्मू-कश्मीर गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के प्रधान रहे त्रिलोचन सिंह 67 वर्ष के थे और वह दो सितंबर को जम्मू कश्मीर से दिल्ली आए थे और तीन तारीख को कनाडा जाने वाले थे लेकिन तीन सितंबर से ही उनके परिवार से उनका कोई संपर्क नहीं था जिससे परिवार काफी परेशान था.
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फ्लैट से शव मिलने के बाद परिवार को सूचना दी गई. मौके पर पुलिस और एफएसएल दोनों टीमें पहुंची हैं और मामले की जांच कर रही हैं. वह फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के काफी नजदीकी थे. जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय से जुड़ी कई मांगों को वह लगातार उठाते रहते थे.
उमर अब्दुल्ला ने किया ट्वीट
त्रिलोचन सिंह की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल ट्वीट कर शोक व्यक्त किया. उमर ने लिखा है, मैं अपने सहयोगी और पूर्व एमएलसी टीएस वजीर के देहांत की खबर से शॉक में हूं. अभी कुछ दिन पहले ही लोगों ने जम्मू में साथ बैठकर बातें की थीं और ये नहीं सोचा था कि ये हमारी आखिरी मुलाकात होगी. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
Source : News Nation Bureau