Delhi News Today: बांग्लादेश में इन दिनों सियासी उथल-पुथल चरम पर है. हाल ही में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया. आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई. इस हिंसा के बाद बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. इसी संदर्भ में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है.
संजय सिंह की मांग
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भारत सरकार से अपील की है कि बांग्लादेश में अगर हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा होती है, तो इस पर तत्काल संज्ञान लिया जाए. संजय सिंह ने कहा, ''भारत सरकार को बांग्लादेश के सेना अध्यक्ष से तुरंत बातचीत करनी चाहिए और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.''
VIDEO | #BangladeshCrisis: "The government should take cognisance of any attacks on Hindu minority in Bangladesh and should talk about this to Bangladesh's Army Chief. External Affairs Minister in Parliament said that the government is continuously working to bring stranded… pic.twitter.com/rfqtKbHY9Y
— Press Trust of India (@PTI_News) August 7, 2024
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विदेश मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया
वहीं संजय सिंह ने केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद के राज्यसभा में दिए गए बयान का भी उल्लेख किया. जयशंकर ने अपने बयान में कहा था कि सरकार बांग्लादेश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरें आ रही हैं, लेकिन वहां कई संस्थाएं हैं जो उनकी रक्षा और सुरक्षा की जिम्मेदारी ले रही हैं.
सरकार से अपील
संजय सिंह ने कहा, ''विदेश मंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि बांग्लादेश में फंसे भारतीयों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. परंतु, मैं यह अपक्षा करता हूं कि सरकार बांग्लादेश की वर्तमान सरकार, चाहे वह अंतरिम सरकार हो या सेना अध्यक्ष हों, उनसे बातचीत करके यह सुनिश्चित करे कि हिंदुओं पर किसी भी प्रकार का हमला न हो.''
बांग्लादेश की स्थिति
इसके अलावा आपको बता दें कि बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के बीच अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से हिंदू समुदाय, खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. शेख हसीना के इस्तीफे और उनके देश छोड़ने के बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई है. विरोध प्रदर्शन और हिंसा के चलते कई लोगों की जान चली गई है, जिससे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.