Delhi : आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि एक ऐसे लोकप्रिय नेता जिन्हें दिल्ली की जनता ने प्रचंड बहुमत से चुना, उस अरविंद केजरीवाल से पीएम इतने भयभीत हैं कि अब कुछ भी हो जाए काम नहीं करने देना चाहते हैं, सभी कामों को उन्हें रोकना है. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के 5 जजों का फैसला सर्वसम्मति से आता है और उसमें कहा जाता है कि चुनी हुई सरकार के पास ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार होगा, लेकिन केंद्र सरकार एक काला और तुगलक अध्यादेश से SC के उस फैसले को पलट देती है.
संजय सिंह ने कहा कि यह सवाल सिर्फ केजरीवाल या AAP का नहीं है, यह सवाल दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और बाबा साहेब के संविधान को लेकर है कि यह बचेंगे या नहीं. यह तो आपातकाल की स्थिति है कि आप न्यायालय का फैसला पलट दे रहे हैं. SC के फैसले के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि पीएम की भूमिका एक पिता की होनी चाहिए, लेकिन एक पिता अगर अपने बच्चे की बर्बादी पर तुला हो तो देश की स्थिति क्या होगी समझा जा सकता है.
Senior AAP leader & Rajya Sabha Member @SanjayAzadSln addressing an important press conference | LIVE https://t.co/ckqvmWUJfh
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) May 20, 2023
उन्होंने आगे कहा कि यह मामला तो सुप्रीम कोर्ट में जाएगा ही और अदालत इस तानाशाही पूर्ण फैसले का संज्ञान लेगी, लेकिन कितनी अजीब बात है कि यह कह रहे हैं कि दो अधिकारी और बिना चुना हुआ एलजी मुख्यमंत्री से ऊपर है. इस देश का संविधान चुनी हुई सरकार को अधिकार देने की बात करता है. ऐसे में संविधान से बाहर जाकर कैसे कानून ला सकते हैं.
संजय सिंह ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट फिर जाएंगे? इस पर सरकार और सीएम फैसला लेंगे. सड़क से संसद तक इसका विरोध करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि यह संसद तक यह पहुंचेगा ही नहीं, कोर्ट पहले इसका संज्ञान लेगा. लेकिन अगर यह संसद में आया तो आप देखिएगा क्या होगा? भाजपा को छोड़कर संपूर्ण विपक्ष इस मामले को लेकर दिल्ली सरकार के समर्थन में खड़ा होगा. जो लोग अध्यादेश लाकर दागदार अधिकारियों को बचाते हैं, कार्यकाल बढ़ाते हैं, वे इस पर चिल्ला रहे हैं कि हमने नियमों के तहत अधिकारियों का ट्रांसफर क्यों किया?
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दो हजार के नोटों को वापस लेने पर आप सांसद ने कहा कि 2016 की नोटबंदी पर भी अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया था. ऐसे प्रधानमंत्री बनाएंगे तो यही होगा. तब कैसे कैसे दावे किए गए थे. अब कह रहे हैं कि दो हजार के नोट बंद होने पर भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा. देश का बेड़ा गर्क मत करो.