Delhi Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली और उससे सटे इलाकों में वायु प्रदूषण गंभीर से अति गंभीर श्रेणी में प्रवेश करता नजर आ रहा है. आलम यह है कि दिल्ली के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाके आनंद विहार में एक्यूआई 900 के पार निकल गया है. वहीं, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में दिल्ली सरकार प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है.
पर्यावरण मंत्री ने बुलाई कई मंत्रालयों की बैठक
दिल्ली पर्यावरण मंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा कल दिए गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आज सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, राजस्व मंत्री आतिशी भी शामिल होंगी. वहीं, दिल्ली में बुधवार सुबह हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी रही. शहर के कई इलाकों में पीएम 2.5 और कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) के स्तर में वृद्धि दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार में पीएम 2.5 का स्तर 500 के साथ गंभीर श्रेणी में रहा, जबकि सीओ 112 और एनओ2 का स्तर 128 पर मध्यम श्रेणी में रहा.
#WATCH दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने (पराली और पटाखे को प्रतिबंध करने के बारे में) जो निर्देश दिए हैं और जो दिल्ली में लागू करने हैं उसे लेकर संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों के साथ हमने आज एक बैठक बुलाई है ताकि दिल्ली में जो-जो आदेश दिए गए हैं उसे… https://t.co/jTwD8ojGzR pic.twitter.com/7jKnE9S0z7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2023
किस श्रेणी में प्रदूषण माना जाता है खराब
सीपीसी के अनुसार शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है. 51 और 100 के बीच संतोषजनक; 101 और 200 के बीच मध्यम; 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब; और 401 और 500 के बीच गंभीर माना जाता है. बवाना में पीएम2.5 और पीएम10 का स्तर 500 (गंभीर) दर्ज किया गया, जबकि सीओ 110 (मध्यम) तक पहुंच गया. दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) में पीएम10 गंभीर श्रेणी के तहत 456 पर पहुंच गया, जबकि पीएम 2.5 बहुत खराब श्रेणी के तहत 356 पर था. सीओ मध्यम श्रेणी के तहत 115 दर्ज किया गया था.
दिल्ली में क्या कहते हैं प्रदूषण के आंकड़े
द्वारका सेक्टर 8 में पीएम10 का स्तर 465 और पीएम2.5 का 457 (गंभीर) दर्ज किया गया, जबकि सीओ 135 पर, मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे के टर्मिनल3 पर पीएम2.5 का स्तर 456 और पीएम10 का 434 रहा जो गंभीर श्रेणी में है। सीओ का स्तर 137 मध्यम श्रेणी में रहा. आईटीओ पर पीएम2.5 का स्तर 500 दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 444 पर पहुंच गया. दोनों गंभीर श्रेणी में हैं। बुधवार सुबह सीओ 117 (मध्यम) दर्ज किया गया.
गंभीर श्रेणी में पहुंचा एक्यूआई
लोधी रोड पर पीएम 2.5 बहुत खराब श्रेणी में 388 पर था, जबकि पीएम10 का स्तर 363 दर्ज किया गया जो बहुत खराब श्रेणी में है. सीओ 123 मध्यम श्रेणी में था. पंजाबी बाग में पीएम 2.5 का स्तर 493 और पीए10 का 436 पर पहुंच गया. दोनों गंभीर श्रेणी में हैं.नाइट्रोजन ऑक्साइड का स्तर मध्यम श्रेणी में गिरकर 125 पर पहुंच गया.
Source : News Nation Bureau