Delhi Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण का दानव विकराल रूप धारण कर चुका है. ऐसे में पूरी दिल्ली-एनसीआर जहरीले धुएं की सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है. आलम यह है कि हवा में फैली जहरीली हवा के चलते लोगों को सांस तक लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही लोग आंखों में जलन, खांसी और घबराहट जैसी समस्याओं से भी दो-चार हो रहे हैं. यही वजह है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए स्कूलों को 18 नवंबर तक बंद रखने का ऐलान किया है. इससे पहले दिल्ली सरकार ने स्कूलों की 10 नवंबर तक के लिए छुट्टी कर दी थी.
Delhi government announces early winter break in schools from 9th to 18th November amid severe air pollution in the national capital pic.twitter.com/g9TDdHouot
— ANI (@ANI) November 8, 2023
दिल्ली सरकार ने इसलिए उठाया यह कदम
दरअसल, दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से 18 नवंबर तक स्कूलों को विंटर ब्रेक घोषित करने के निर्देश जारी किया है. हालांकि दिल्ली के स्कूलों में विंटर ब्रेक पूर्व निर्धारित दिसंबर- जनवरी में रहता है. लेकिन केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के स्कूलों में विंटर ब्रेक को अभी घोषित करने का आदेश दिया है. हालांकि दिल्ली सरकार ने यह कदम प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए उठाया है. आपको बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते 10वीं और 12वीं के अलावा सभी स्कूलों की सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं. क्योंकि प्रदूषण के चलते स्कूल बंद रहने से बच्चों की बढ़ाई का नुकसान न हो, इसलिए इन छुट्टियों को विंटर ब्रेक के साथ एडजस्ट किया जा रहा है.
क्या बोले पर्यावरण मंत्री गोपाल राय
वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने दिल्ली के अंदर कनॉट प्लेस पर लगाए गए स्मॉग टॉवर को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया, जिसे DPPC अध्यक्ष द्वारा बंद कर दिया गया था. साथ ही साथ DPPC अध्यक्ष द्वारा रियल टाइम सोर्स सपोर्टमेंट अध्ययन को ठप्प कर दिया गया था उसे भी फिर से शुरू करने का आदेश दिया गया है, जिसके लिए दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करती है..." गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में हम GRAP के सभी नियमों को सख्ती के साथ लागू कर रहे हैं लेकिन हमारे चारो तरफ के राज्यों की सरकारें उदासीनता और निष्क्रियता के साथ हाथ पर हाथ रखे बैठी हैं.
#WATCH | Delhi Environment Minister Gopal Rai says, "We will give complete information regarding Odd-Even to the Supreme Court during the next hearing..." pic.twitter.com/90YG4nWoGA
— ANI (@ANI) November 8, 2023
अन्य राज्यों को ठहराया जिम्मेदार
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मुझे लगता है सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इनकी संयुक्त बैठकें होंगी और सभी राज्यों में कार्यान्वयन पर ध्यान दिया जाएगा... दिवाली के लिए दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया. पिछले एक महीने से मैं निरंतर इस बात पर जोर दे रहा हूं कि हमारे चारो ओर जो राज्य हैं वहां पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाए लेकिन न कोई सुनने को तैयार है न कोई बोलने को तैयार है... ऐसा लगता है कि भाजपा की सरकारों के लिए प्रदूषण मायने ही नहीं रखता. उनका एक ही फॉर्मूला है, बयानबाजी फॉर्मूला..."
Source : News Nation Bureau