Delhi Air Pollution: (रिपोर्ट- हरीश झा) दिल्ली एक बार फिर प्रदूषण की मार झेल रही है. राजधानी में अक्टूबर की शुरुआत से ही प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ( CPCB) के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली की हवा का गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 284 दर्ज किया गया. जो कि 'खराब स्थिति' में आता है. वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार तमाम इंतजाम कर रही है. जिसके लिए दिल्ली सरकार ने अब एक ड्रोन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है.
प्रदूषण से निपटने की दिल्ली सरकार की तैयारी
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वज़ीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया से एक ड्रोन प्रोजेक्ट की शुरुआत की. इस ड्रोन का मुख्य उद्देश्य एक निश्चित क्षेत्र में प्रदूषण के कारकों का पता लगाना है. बता दें कि दिल्ली में कुल 13 हॉटस्पॉट्स है. यानी कि इन इलाकों में प्रदूषण का स्तर दिल्ली के औसतन प्रदूषण के स्तर से अधिक होता हैं. वहीं दिल्ली का वजीरपुर इलाके का प्रदूषण का स्तर 300 हैं, जो दिल्ली के औसतन प्रदूषण स्तर से अधिक है.
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'प्रदूषण को रोकने के लिए काम कर रही सरकार'
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करते हुए कहा कि, 'दिल्ली सरकार प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए लगातार काम कर रही हैं. दिल्ली सरकार द्वारा विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की गई थी. हॉटस्पॉट इलाकों में प्रदूषण के कारकों का पता लगाने के लिए ही इस ड्रोन प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई हैं. ये ड्रोन एक निश्चित क्षेत्र की फोटो लेगा और उसके बाद डीपीसीसी और पर्यावरण मंत्रालय की मदद से प्रदूषण के कारकों को कंट्रोल करने के लिए काम किया जाएगा."
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कैसे काम करेगा ये ड्रोन प्रोजेक्ट
दिल्ली के प्रदूषण को कंट्रोल करने में ड्रोने प्रोजेक्ट अहम भूमिका निभाने जा रहा है. दरअसल ये ड्रोन एक हाइटेक तकनीक से लैस हैं. इसका रेडियस 200 मीटर का है, ये ड्रोन 120 मीटर ऊंचाई से तस्वीरें साझा करेगा. इस ड्रोन में एक सेंसर लगाया गया है जो हॉटस्पॉट की एग्जैक्ट लोकेशन को बताएगा. उसके बाद इन तस्वीरों को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रित कमेटी ( DPCC) और दिल्ली पर्यावरण मंत्रालय को भेजा जाएगा. जिसके बाद उस हॉटस्पॉट से प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा.
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सर्वे ऑफ इंडिया की ली गई है मदद
बता दें कि दिल्ली सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए सर्वे ऑफ इंडिया की मदद ली है. सर्वे ऑफ इंडिया की तरफ से इस प्रोजेक्ट के मैनेजर सौरव ने न्यूज नेशन को बताया कि,"हमारा काम इस ड्रोन के जरिए पर्यावरण मंत्रालय को हॉटस्पॉट एरिया से तस्वीरें साझा करना है. इस ड्रोन में 24 मेगा पिक्सल का कैमरा लगाया गया हैं , वही एग्जैक्ट लोकेशन के लिए को-ऑर्डिनेट सेंसर्स भी लगाए गए हैं." बता दें कि फिलहाल इस प्रोजेक्ट को दिल्ली के वजीरपुर इलाके से शुरू किया गया है. जल्द ही इसे राजधानी के सभी 13 हॉटस्पॉट पर शुरू कर दिया जाएगा.