केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार की प्रस्तावित 'ऑक्सीजन डेथ ऑडिट कमेटी' को खारिज कर दिया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बात की जानकारी मीडिया से बातचीत करते हुए साझा की. आपको बता दें कि इस कमेटी का काम था कि, दिल्ली में जिन लोगों ने कोरोना काल के दौरान दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से जान गंवाई उनके परिजनों को ₹5 लाख तक का मुआवजा दिया जाए. पिछले महीने दिल्ली सरकार ने समिति बनाई थी जिसमें कई एक्सपर्ट डॉक्टर्स भी शामिल थे, समिति को पैमाने बनाने का भी काम दिया गया था जिसके आधार पर किसी पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाना था.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली सरकार ने तय किया था कि 'ऑक्सीजन डेथ ऑडिट कमेटी' की बदौलत दिल्ली में हुई मौतों के परिजनों के लिए मुआवजे की बात की थी. इसके अलावा सिसोदिया ने इस मुद्दे पर और क्या कुछ कहा आइए आपको बताते हैं.
- दिल्ली सरकार ने तय किया था कि अगर किसी की अस्पताल में ऑक्सीजन की वजह से डेथ हुई तो दिल्ली सरकार उसे मुआवजा देगी
- इस बात के लिए कोर्ट के आदेश पर हमने एक कमेटी बनाई थी जो ये जांच करेगी कि किसी की डेथ ऑक्सीजन की कमी से हुई
- केंद्र सरकार ने इस कमेटी को खारिज कर दिया है
- ये कमेटी तो कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद बनाई थी. मुझे समझ नहीं आ रहा कि जब भी कोई राज्य सरकार कुछ अच्छा करने की कोशिश करती है तो केंद्र सरकार उसमें टांग अड़ाने का काम करती है.
- जब दिल्ली सरकार चाहती है कि जिन लोगों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है उनको मुआवजा देना चाहती है तो इसमें केंद्र सरकार को क्या दिक्कत है.
- कई बार लगता है कि ये बचकानी हरकतों पर उतरे हुए हैं.
वहीं इसके पहले सिसोदिया ने केंद्र सरकार के मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा था कि केंद्रीय मंत्री दिन में एक बार मीडिया में आते हैं और अरविंद केजरीवाल को गाली देने लगते हैं. काम की बात कोई नहीं करता, राष्ट्र निर्माण की बात कोई नहीं करता. कभी कोई मंत्री आएंगे तो पश्चिम बंगाल की सरकार को गाली देने लगेंगे कभी कोई मंत्री आएंगे तो झारखंड की सरकार को गाली देने लगेंगे, कभी महाराष्ट्र की सरकार को गाली देने लगेंगे, आजकल केंद्र सरकार के पास राज्यों को गाली देने के अलावा कोई काम नहीं बचा है क्या? कभी कहेंगे कि ऑक्सीजन की सप्लाई पूरी नहीं हुई, अरे ऑक्सीजन को लेकर गड़बड़ किसने की, केंद्र सरकार ने गड़बड़ की. आप समय रहते ठीक कर लेते.
Source : News Nation Bureau