दिल्ली के जफरपुर कलां इलाके में भीड़ ने बिजली चोरी रोकने गये बीएसईएस के एक दल पर हमला कर दिया जिसमें एक युवा इंजीनियर की मौत हो गई। इस मौके पर दिल्ली पुलिस भी मौजूद थी।
बिजली वितरण कंपनियों (डिसकॉम) के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा, 'पहले झुलझुली गांव (पश्चिमी दिल्ली) में जांच टीम पर क्रूरतापूर्वक हमला किया गया, जिससे उन्हें पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। जब टीम सदस्य वापस लौट रहे थे तो बाइक पर सवार गुंडों ने उनका पीछा किया। इस भगदड़ में दल की कार पेड़ से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई और कार सवार सभी पांच लोग घायल हो गए।'
बयान में कहा गया, 'उनमें से एक युवा इंजीनियर की बाद में गंभीर चोटों के कारण मौत हो गई।'
बीएसईएस ने कहा कि बिजली चोरी रोकने में पहली बार कंपनी के किसी की जान गई है। दिल्ली पुलिस के साथ होने के बावजूद यह दुखद घटना हुई। झुलझुली गांव में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी हो रही है। उसकी जांच के लिए तीन दल वहां गए थे। यह गांव जाफरपुर क्षेत्र में पड़ता है।
बयान में कहा गया, 'हमला इतना भीषण था कि एक बार फिर दिल्ली पुलिस की मौजूदगी भीड़ को हमला करने से नहीं रोक सकी।'
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पिछले महीने भी पश्चिमी दिल्ली में बिजली चोरी रोकने गई बीएसईएस की टीम और दिल्ली पुलिस की टीम पर हमला हुआ था, जिसमें कई अधिकारी घायल हुए थे और कई वाहनों को नुकसान पहुंचा था।
बीएसईएस ने कहा कि जाफरपुर क्षेत्र में पिछले पांच सालों में बिजली चोरी के 14,000 मामले पकड़े गए, जिनका कनेक्शन लोड 33,000 केवी था। इसके बाद दूसरे नंबर पर मुंडका क्षेत्र है।
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Source : IANS