व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सीलिंग की कार्रवाई के विरोध में 23 जनवरी को दिल्ली में सभी व्यापारिक मार्केट और व्यापार बंद करने की घोषणा की है।
कैट ने बंद की घोषणा करते हुए रविवार को एक बयान में कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश की आड़' में 'दिल्ली नगर निगम कानून 1957 के मूलभूत प्रावधानों को ताक' पर रख सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है। व्यापारियों ने मांग की है इस बात की जांच की जाए कि 'क्यों व्यापारियों को उनके अधिकार से वंचित रखते हुए सीलिंग की जा रही है।'
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कैट ने कहा कि बंद का निर्णय शनिवार को आयोजित बैठक में लिया गया। इसमें 400 प्रमुख व्यापारिक संगठनों के व्यापारी नेता मौजूद रहे। बयान में उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह एक 'बाजार बंद है' इसीलिए दिल्ली के सभी बाजारों में दुकाने बंद रहेंगे और कोई भी कारोबार नहीं होगा।
बताया जा रहा है कि 29 जनवरी को आम आदमी पार्टी सभी व्यापारियों के साथ संसद मार्च करेगी। क्योंकि उसी दिन से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है।
'आप' पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'दिल्ली के व्यापारियों के विरोध के बावजूद बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा सीलिंग के माध्यम से व्यापारियों का धंधा बंद करने और मज़दूरों का रोज़गार छीनने का सिलसिला जारी है, अब बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा एफ़डीआई लागू करके दिल्ली के व्यापारियों की दुकानें बंद करने का इंतज़ाम कर दिया गया है।'
दिल्ली में चल रहे सीलिंग अभियान पर जारी विवाद का असर 15 जनवरी को विधानसभा में भी देखने को मिला था।
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Source : News Nation Bureau