दिल्ली नगर निगम (MCD)की ओर से चलाए जा रहे विध्वंस के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोर्चा खोल दिया है. एमसीडी की ओर से चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि 18 मई को एमसीडी कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, ऐसे में उनके पास तोड़फोड़ करने का को कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम देख रहे हैं कि MCD बुलडोजर चला रहे हैं. कहा जा रहा है कि आगे भी चलाया जाएगा, उनका कहना है कि अतिक्रमण हटाया जाएगा. हम भी अतिक्रमण के खिलाफ है. बुलडोजर कहीं भी घुसकर तोड़ देते हैं, कागज भी नहीं देखते हैं, हम इसके खिलाफ हैं.
दो मुख्य बातों का जवाब दें एमसीडी
एमसीडी की ओर से दिल्ली में चलाए जा रहे विध्वंसक कार्यक्रमों का विरोध करते हुए केजरीवाल ने कहा कि हम सिर्फ दो बातें कहना चाहते हैं. पहली बात ये कि दिल्ली प्लांड शहर नहीं है. 80% दिल्ली अवैध तरीके से बसाई गई है, तो क्या 80% घरों को तोड़ दिया जाएगा. वहीं, दूसरी आपत्ति उन्होंने यह दर्ज कराई है कि बुलडोजर कहीं भी घुसकर तोड़ देते हैं, कागज भी नहीं देखते हैं, हम इसके खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली की कच्ची कालोनियों में 50 लाख लोग रहते हैं. वहीं, झुग्गियों में 10 लाख लोग रहते हैं. इसके अलावा तकरीबन 3 लाख घर ऐसे हैं, जिनका झज्जा बढ़ा हुआ है तो ये 63 लाख लोगों के घरों पर बुलडोजर चलेगा.
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आजाद भारत में ये सबसे बड़ा विध्वंस होगा
एमसीडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूछा, क्या 63 लाख लोगों पर बुलडोजर चलेंगे. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के चुनावों वादों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव में जहां झुग्गी, वहां मकान देने का वादा किया और आज बुलडोजर लेकर आ गए. 15 साल से भाजपा ने MCD में राज किया और अवैध बिल्डिंग बनवाई. अब जब 18 मई को MCD का कार्यकाल पूरा हो जाएगा, तब वे तोड़फोड़ करने निकल पड़े हैं. ये सब करने का उनके पास क्या नैतिक अधिकार है.
HIGHLIGHTS
- एमसीडी की कार्रवाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कटघरे में किया खड़ा
- बिना नोटिस और बिना कागज देखे तोड़फोड़ करने के खिलाफ हैं हम
- 63 लाख घर दिल्ली में अवैध है, तो क्या इतने घरों को तोड़ा जाएगा
Source : News Nation Bureau