पांच राज्यों में चुनाव के परिणाम सामने आने और संसद सत्र से एक दिन पहले विपक्ष की दिल्ली में बड़ी बैठक हो रही है. बैठक में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट, संसद सत्र और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष की रणनीति तय की जाएगी और महागठबंधन को आकार देने की कोशिश भी हो सकती है. बैठक का संयोजन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगुदेशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू कर रहे हैं.
DMK President MK Stalin along with party leaders Kanimozhi, A Raja and TR Balu met Delhi CM Arvind Kejriwal in Delhi today. The DMK President also invited him for the inauguration ceremony of the statue of M Karunanidhi in Chennai. pic.twitter.com/9MizCqoQ9a
— ANI (@ANI) December 10, 2018
West Bengal CM Mamata Banerjee and NCP chief Sharad Pawar arrive in Delhi. A meeting of opposition leaders is scheduled to be held in Delhi tomorrow. pic.twitter.com/5cSMEB4RHg
— ANI (@ANI) December 9, 2018
खास बात यह है कि इस बैठक में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हो सकते हैं. अरविंद केजरीवाल का यह कदम अप्रत्याशित माना जा रहा है. हालांकि इससे पहले भी राहुल गांधी के साथ वे कई बार मंच शेयर कर चुके हैं. दूसरी ओर, बैठक में मायावती के शामिल होने को लेकर अभी बहुजन समाज पार्टी की ओर से स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. बैठक 3.30PM संसद भवन परिसर में शुरू होगी. बैठक में मोदी सरकार को 2019 के लोकसभा चुनाव में सत्ता से बाहर करने की रणनीति बनाई जाएगी.
बैठक के लिए रविवार रात को ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) और एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad pawar) दिल्ली पहुंच गये हैं. माना जा रहा है कि बैठक में सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं.
संसद भवन के सौंध में दोपहर बाद 3:30 बजे होने वाली बैठक में एनसीपी, टीएमसी के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीआई और सीपीआई (एम), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), आम आदमी पार्टी (आप), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) और समाजवादी पार्टी (एसपी) के नेता शामिल हो सकते हैं.
बैठक में राफेल, राम मंदिर, सीबीआई विवाद, अगस्ता वेस्टलैंड, बुलंदशहर हिंसा और किसानों के मुद्दों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है. वर्तमान लोकसभा का आखिरी सत्र होने के कारण विपक्ष अब चुनाव के लिए कमर कस रहा है.