दिल्ली के हौज काजी में मंदिर तोड़े जाने और सांप्रदायिक तनाव के चलते विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार और अन्य नेताओं ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मुलाकात की. इस दौरान वीएचपी के अन्य पदाधिकारी और पुरानी दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी भी साथ थे.
उन्होंने मुलाकात के बाद मीडिया में बयान दिया कि हौज काजी मामले में दिल्ली पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियों की सतर्कता में कमी रही है, जिस वजह से मंदिर पर हमला हुआ. हमले की तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में देखी गई हैं. उसके बाद स्थिति तनावपूर्ण होती गई. तब से एक 17 साल का किशोर भी लापता है, इसलिए वह आज पुलिस कमिश्नर से मिले और मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की.
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मुलाकात के दौरान पुलिस कमिश्नर ने उन्हें बताया कि इस सिलसिले में सीसीटीवी फुटेज के बिनाह पर तीन आरोपियों को पकड़ा गया है, जिनमें एक नाबालिक है. अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. वीएचपी के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अगर पुलिस ने एक निश्चित अवधि में सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो विश्व हिंदू परिषद तय करेगा कि आगे क्या करना है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें, पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार क्षेत्र में स्कूटर खड़ा करने को लेकर विवाद हो गया. विवाद ने सांप्रदायिक रंग तब ले लिया, जब पास के एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई. घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. दिल्ली पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है. केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धन ने घटना की निंदा की है और पुलिस से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है. हर्षवर्द्धन ने मंगलवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा भी किया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना रविवार देर रात हुई जब एक व्यक्ति ने एक घर के बाहर स्कूटर खड़ा किया था. इस पर वहां खान-पान की दुकान चलाने वाले एक निवासी ने इस बात पर आपत्ति जताई थी. बताया जा रहा है कि इसके बाद वह वहां से चला गया और कुछ लोगों के साथ वह लौटा. आरोप है कि उनलोगों ने शराब भी पी थी. उनलोगों ने आते ही आपत्ति जताने वाले की पिटाई कर दी.
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इस बीच, स्थानीय लोगों ने कंट्रोल रूम को फोन कर दिया और दोनों को थाने ले जाया गया. प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी दावा किया कि जब दोनों थाने ले जाए गए, तभी कुछ लोग मंदिर में जमा हो गए और वहां तोड़फोड़ की, जिससे क्षेत्र में तनाव हो गया.