पूरे देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में तो कोरोना ने त्राहिमाम मचा रखा है. सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1640 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में यहां 62 नए मामले सामने आए हैं.
दिल्ली सरकार की मानें तो पिछले 24 घंटे में 6 लोगों की जिंदगी कोरोना ने छिन ली है. वहीं 11 मरीज ठीक हो चुक हैं. दिल्ली में अबतक 1640 लोगों कोरोना संक्रमित पाए गए. जिसमें से 51 लोग ठीक हो चुके हैं. जबकि 38 लोगों की मौत हो चुकी हैं.
इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के गंभीर रोगियों के इलाज के लिए चिकित्सक अगले तीन से चार दिन में प्लाज्मा संवर्धन तकनीक का चिकित्सीय परीक्षण (क्लीनिकल ट्रायल) करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि मार्च महीने के आखिरी सप्ताह और अप्रैल के पहले सप्ताह में अस्पतालों में भर्ती कराये गये कोरोना वायरस संक्रमित कई मरीजों की स्थिति अब सुधर रही है और इनमें से कई को जल्द अस्पतालों से छुट्टी दे दी जायेगी.
परीक्षण सफल रहा तो कोरोना से बचाई जा सकती है लोगों की जिंदगी
मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, ‘यदि यह परीक्षण सफल रहता है तो हम कोरोना वायरस के गंभीर रोगियों की जान बचा सकते है.’
इसे भी पढ़ें:मोदी सरकार कोरोना वायरस प्रभावित 55 देशों को भेजेगी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, जानें कौन-कौन है इस List में
प्लाज्मा तकनीक क्या होता है
प्लाज्मा तकनीक में कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके व्यक्ति के रक्त की एंडीबॉडी का इस्तेमाल, कोविड-19 से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए किया जाता है. इस प्रौद्योगिकी का उद्देश्य कोरोना वायरस के मरीजों में संक्रमण की वजह से होने वाली समस्याओं को सीमित करने के लिए ‘कॉनवेलेसेन्ट’ प्लाज्मा के प्रभाव का आकलन करना है.
सामूहिक प्रयासों से देंगे कोरोना को मात
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार को मंगलवार को केंद्र से प्लाज्मा तकनीक का परीक्षण करने की अनुमति मिल गयी है. केरल और महाराष्ट्र जैसे कुछ अन्य राज्यों के भी इस तकनीक पर काम करने की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रयास सफल होंगे. उन्होंने कहा, ‘सामूहिक प्रयासों से, हम दिल्ली में कोरोना वायरस से निपटने में समर्थ हो पायेंगे.’
और पढ़ें:दिल्ली में लॉकडाउन के बावजूद बदमाशों ने युवक को गोली मारी, 24 घंटे में दूसरी हत्या
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 15 लाख लोगों ने राशन कार्ड के लिए आवेदन दिये हैं और दिल्ली सरकार प्रतिदिन 10 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध करा रही है.