केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बयान पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कहा कि जून के पहले हफ्ते में अचानक कोरोना मामले बढ़ गए थे. बेड की किल्लत हो गई थी और टेस्ट कम हो रहे थे. सीएम केजरीवाल ने कई कदम उठाए. जैसे सभी प्राइवेट अस्पतालों में 40 प्रतिशत बेड्स कोरोना के लिए आरक्षित किए गए. गुरु तेग बहादुर जैसे बड़े अस्पतालों को कोरोना इलाज में लगाना, होटल को अस्पतालों में बदलकर 35 सौ बेड जोड़े.
केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज बेड की किल्लत नहीं है. केंद्र सरकार ने मांगने पर मदद की और आज टेस्टिंग 4 गुना बढ़ चुकी है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमें ऑक्सीजन सिलेंडर, आईटीबीपी के डॉक्टर और नर्स राधा स्वामी कोविड सेन्टर के लिए दिए और विषय के जानकारों से मार्गदर्शन दिलवाया.
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सिसोदिया ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी का विश्वास है कि कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई बहुत बड़ी है और कोई एक व्यक्ति या कोई एक एजेंसी इससे निपट नहीं सकती. मुख्यमंत्री सबको साथ लेकर आए और इसी का परिणाम आज हमें मिलता हुआ दिख रहा है.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रिकवरी रेट बढ़ कर 62 फ़ीसदी हो गया है. आज नए मरीजों से ज्यादा संख्या ठीक होकर जाने वालों की है. मौत की संख्या में भी कमी आई है और पॉजिटिव रेट भी तेजी से नीचे आया है.
उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में हालात सुधरेंगे और निश्चित रूप से उतने निराशापूर्ण नहीं होंगे जितने जून के पहले हफ्ते में थे. जब जानकारों ने 31 जुलाई तक दिल्ली में 5.5 लाख मामलों का अंदेशा जताया था.
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 31 जुलाई तक 5.5 लाख मामले दिल्ली में होने की बात कही थी जिससे दिल्ली के लोगों में डर का माहौल बना था. अमित शाह ने यह भी कहा था कि 31 जुलाई तक 5:5 लाख मामले दिल्ली में कोरोना के नहीं होंगे.
Source : News Nation Bureau