दिल्ली में बुधवार को भीषण गर्मी पड़ी और तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. चिलचिलाती गर्मी के कारण शहर भर में आग लगने की घटनाओं में काफी इजाफा देखा गया. दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि अत्यधिक गर्मी के कारण अग्निशमन विभाग को एक दिन में आग लगने की 220 कॉलें मिलीं. दिवाली के दिन को छोड़कर यह अब तक की सबसे ज्यादा कॉल है. वहीं दूसरी ओर पानी के इस्तेमाल को लेकर भी नियम सख्त कर दिए गए हैं.
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के पास रोजाना आग से संबंधित 200 से अधिक कॉल आ रही हैं, जो पिछले एक दशक में ऐसी कॉलों की सबसे अधिक संख्या है. टीओआई द्वारा प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि, पिछले तीन दिनों में, चूंकि तापमान असाधारण रूप से अधिक रहा, विभाग को क्रमशः 214, 238 और 261 कॉल प्राप्त हुईं. 19 और 20 मई को विभाग ने 202 और 225 कॉलें संभालीं. इसकी तुलना में, पिछले साल एक दिन में प्राप्त कॉलों की सबसे अधिक संख्या 27 मई को 164 थी.
चरम मौसम की स्थिति ने शहर की अग्निशमन सेवाओं पर दबाव डाला है, क्योंकि वे बढ़ती हुई आपात स्थितियों से निपटने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.
पानी के इस्तेमाल को लेकर नियम सख्त
गौरतलब है कि, अब पानी की बर्बादी नुकसानदायक साबित हो सकती है. इसके लिए आपको 2,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है. दिल्ली सरकार का ये फैसला बुधवार को दिल्ली में गर्मी के कारण पानी की कमी और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के बाद सामने आया है.
बता दें कि, अगर कोई भी व्यक्ति पाइप से गाड़ी को धोता, या फिर पानी की टंकियों का ओवरफ्लो, निर्माण और वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए घरेलू जल आपूर्ति का इस्तेमाल करते समेत अन्य तरह से पानी की बार्बादी करते हुए पाया जाता है, तो दिल्ली में उसे 2,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ सकता है.
Source : News Nation Bureau