उत्तर भारत इस वक्त भारी बारिश की चपेट में है. इस बीच दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है. जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई है. सोमवार को अरेविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में संबंधित अधिकारियों को मौजूद रहने के लिए कहा गया है. वहीं दुसरी तरफ दिल्ली में युमना के बढ़ते जल स्तर के बाद निचले इलाकों को खाली कर दिया गया है और लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है. इसके अलावा दिल्ली सरकार की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम को तैनात किया गया है. जनाकारी के मुताबिक बाढ़ के खतरे को देखते हुए गीता कॉलोनी इलाके में कंट्रोल रूम भी बना दिया गया है.
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दरअसल बताया जा रहा है कि हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली की यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है. अनुमान लगाया जा रहा है सोमवार की दोपहर तक यमुना का जलस्तर 207 मीटर तक जा सकता है. जानकारी के मुताबिक हथिनी कुंड बैराज से अभी तक 8 लाख 28000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है.
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हालातों को देखते हुए हरियाणा की सेना से भी तैयार रहने केलिए कहा गया है. वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड भी भारी बारिश की चपेट में है. इस बीच यहां बादल फटने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बताया जा रहा है कि बादल उत्तराकाशी के मोरी तेहसिल में फटा था. इस घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए दो हेलिकॉप्टर मोरी के आराकोट के लिए रवाना हो चुके हैं. इसके अलावा तीन मेडिकल टीमें भी आराकोट पहुंच चुकी हैं. जानकारी के मुताबिक इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 22 लोगों के लापता होने की खबर है.