दिल्ली के निचले इलाकों पर छाया जलमग्न होने का खतरा, यमुना नदी के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखी गई. दिल्ली सरकार ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के दिए निर्देश. देश की राजधानी दिल्ली में एक फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. यहां पर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम 6 बजे तक पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 205.34 मीटर के करीब पहुंच गया. ऐसे में यमुना के नजदीक रहने वाले आसपास के लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अपने अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है. इसके साथ जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है.
बीते दिनों यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे गिर गया था. मगर शुक्रवार को नदी का जलस्तर खतरे निशान 205.33 मीटर को पार कर गया. यह शाम को 6 बजे तक 205.34 मीटर तक पहुंच गया. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, रात में यमुना का जलस्तर में और बढ़ोतरी देखने को मिली. आपको बता दें कि 13 जुलाई को दिल्ली में जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया.
दिल्ली में बीते सप्ताह आई बाढ़ के कारण लाल किला, दिल्ली सचिवालय, राजघाट, आईटीओ, अक्षरधाम, मयूर बिहार सहित अन्य निचले इलाकों में पानी भरने के साथ बाढ़ की नौबत आ गई. इस बीच सरकार को तीन बड़े वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा. इस बीच कई अंडरपास पानी में डूब गए थे. आपको बता दें कि दिल्ली के इलाकों में सीवेज का पानी लोगों के घर में घुस गया. सड़के जलमग्न हो गईं. हर जगह पानी-पानी देखा गया.
गर्मी से राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आने वाले समय में बूंदाबांदी के साथ हल्की बरसात के आसार बने हुए हैं. विभाग के अनुसार, कम से कम इस सप्ताह के अंत तक उमस से राहत नहीं मिलने वाली है. हालांकि, अगले सप्ताह मौसम में बदलाव होने और बरसात की गतिविधयां तेज होंगी. विभाग ने गुरुवार को जारी अपने आंकड़ों में बताया कि इस माह 14 दिन बारिश दर्ज की गई है.
Source : News Nation Bureau