यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है. ऐसा बताया जा रहा है कि अगले 24 घंटे में जलस्तर और नीचे जा सकता है. हालांकि राजधानी के कई हिस्से अभी भी जलमग्न हैं. सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल एनडीआरएफ को शुक्रवार को काम पर लगाया गया है. बाढ़ के पानी में राजधानी के कुछ खास भागों रिंग रोड,आईटीओ जलमग्न हो गया. पानी बाद में सुप्रीम कोर्ट, लाल किला और राजघाट तक पहुंच गया. दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को जानकारी दी कि यमुना नदी के तेज बहाव की वजह से इंद्रप्रस्थ के करीब क्षतिग्रस्त रेगुलेटर की मरम्मत का काम सेना ने पूरा कर लिया है. उन्होंने सभी कर्मियों और भारतीय सेना के जवानों का आभार प्रकट किया.
बाढ़ से प्रभावित 6 जिलों का जिम्मा 6 मंत्रियों को
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में आई बाढ़ को लेकर शनिवार शाम कैबिनेट के साथ मीटिंग की. इस बैठक में लिए निर्णय की जानकारी देते हुए स्वास्थ मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने राहत शिविरों में खास सुविधाएं तय की हैं. बाढ़ प्रभावित छह जिलों के लिए मंत्रियों को तैनात किया है. सौरभ भारद्वाज के अनुसार, 6 जिले में दिल्ली सरकार ने रीलीफ कैंप चला रखे हैं. इन 6 जिलों को बांटा गया है. इन्हें संवारने के लिए 6 मंत्रियों की तैनाती की गई है. यह अब उस मंत्री की जिम्मेदारी होगी कि उस जिले में जितने भी कैंप होंगे, उनकी सारी सुविधाएं लोगों के लिए उपलब्ध कराई जाएं.
गौरतलब है कि तीन दिन पहले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद शुक्रवार शाम को यमुना का जलस्तर 6 बजे तक 208.17 मीटर तक पहुंच गया था. बाढ़ का पानी दिल्ली कई क्षेत्रों में घुस गया. दिल्ली में राजघाट स्थित महात्मा गांधी के स्मारक में यमुना का पानी घुस गया. इसके लॉन भी जलमग्न हो गया. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है. अगले 24 घंटे में यमुना नदी का जलस्तर और गिर सकता है.
Source : News Nation Bureau