दिल्ली सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए घोषित अस्पतालों में आर्थिक रूप से गरीब मरीजों के लिए EWS कोटा के तहत बेड की संख्या घोषित की है. इसके चलते सरकार ने ज्यादातर अस्पतालों से पूछा है कि वह बताएं कि उन्होंने ईडब्ल्यूएस (EWS) कोटा के तहत कितने कोरोना और कितने गैर कोरोना मरीजों का इलाज किया. दिल्ली सरकार के मुताबिक यह अस्पताल 50 बेड से ज़्यादा की क्षमता वाले हैं और इनको जमीन रियायती दरों पर दी गई थी इसलिए इनको EWS कोटा के तहत 10% बेड रखना होता है.
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कुल 56 अस्पतालों को उनके यहां निर्धारित पेड कोरोना बेड और EWS कोरोना बेड्स बताए गए
1. मैक्स साकेत के यहां कुल 200 कोरोना बेड हैं, जिनमे से 20 EWS के लिए होंगे
2. सर गंगा राम अस्पताल में कुल 508 कोरोना बेड हैं, जिसमें से 51 EWS के लिए होंगे
3. मूलचंद अस्पताल में कुल 140 कोरोना बेड हैं, जिसमे से 14 EWS के लिए होंगे
4. महा दुर्गा चैरिटेबल ट्रस्ट में कुल 100 कोरोना बेड हैं जिसमें से 10 EWS के लिए होंगे
5. सरोज हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट में कुल 154 कोरोना बेड में से 15 EWS के लिए
6. बत्रा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर में कुल 99 कोरोना बेड में से 10 EWS
7. मैक्स पटपड़गंज अस्पताल में कुल 80 कोरोना बेड में से 8 EWS केलिए
8. डॉ बीएल कपूर मेमोरियल हॉस्पिटल में कुल 93 कोरोना बेड में से 9 EWS के लिए
10. सेंट स्टीफन हॉस्पिटल में कुल 135 कोरोना बेड में से 14 EWS के लिए होंगे
इसके लिए दिल्ली सरकार ने अस्पतालों से 3 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है. साथ ही जो अस्पताल इन 3 दिनों के भीतर जवाब नहीं देगा उसके बारे में माना जाएगा कि वह डिफॉल्टर है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
Source : Mohit Bakshi