दिल्ली सरकार द्वारा किए गए निगरानी अभियान (सर्विलांस ड्राइव) में ब्रिटेन के नए स्ट्रेन के साथ कोरोनावायरस मरीजों के संपर्क में आया कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव नहीं पाया गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को यह बात कही. जैन ने आईएएनएस को बताया कि नोवेल कोरोनावायरस के उत्परिवर्ती (म्यूटेंट) स्टेन से संक्रमित कोविड-19 रोगियों के सभी संपर्को का सरकार द्वारा परीक्षण किया गया, लेकिन कोई भी संपर्क में आया व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया.
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उन्होंने कहा, "हमने ब्रिटेन स्ट्रेन संक्रमण के रोगियों के सभी संपर्को का परीक्षण किया है. कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया है." आईएएनएस ने सूचित किया था कि नए स्ट्रेन के संभावित संक्रमित व्यक्तियों की संख्या दिल्ली में 38 से अधिक हो गई है. सभी 38 मरीजों को लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से 17 ब्रिटेन से लौटे हैं, जबकि शेष उनके संपर्क में आए लोग हैं.
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दिल्ली सरकार के अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा, "नए वेरिएंट से संक्रमित पाए गए सभी मरीजों को संदिग्ध रोगियों के लिए नामित एक विशेष वार्ड के अलग-अलग कमरों में रखा गया है." इसके अलावा आप सरकार ने लगभग 200 लोगों को क्वारंटीन किया है, जो एक महीने के भीतर ब्रिटेन से लौटे हैं या उन यात्रियों के संपर्क में आए हैं. इन्हें एरोसिटी और छतरपुर में स्थापित दो सेंटर्स में रखा गया है.
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दिल्ली सरकार ने 25 नवंबर के बाद से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आने वाले 14,000 से अधिक यात्रियों की पहचान की है. इनमें से लगभग 4,000 लोग दिल्ली में रहते हैं. दिल्ली सरकार ने कोविड-19 के नए स्ट्रेन के संदिग्ध व्यक्तियों को क्वारंटीन करने के लिए 2,000 बेड के एलएनजेपी अस्पताल को नोडल केंद्र के रूप में नामित किया है.
Source : IANS