दिल्ली में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच दिल्ली सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए भारतीय सेना की मदद मांगी है. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस बारे में एक पत्र लिखा है. अपने पत्र के माध्यम से दिल्ली सरकार ने सेना से दिल्ली में कोशिश फेसिलिटी सेंटर स्थापित करने की अपील की है. सेना से ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बड़ी तादात में उपलब्ध कराने की अपील की गई है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर सेना की मदद मांगी है. पत्र में उन्होंने लिखा कि डीआरडीओ ने जिस तरह एक अस्पताल तैयार किया है, उसी तरह और अस्पताल तैयार किए जाएं. साथ ही उपमुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर बाकी अन्य तमाम व्यवस्थाओं के लिए भी भारतीय सेना की मदद मांगी है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने भी दिल्ली सरकार से कहा है कि आप कोरोना से निपटने के लिए सेना की मदद क्यों नहीं लेते, सेना के पास काम करने का अपना तरीका है. उसके पास अपना इंफ्रास्ट्रक्चर है. इसपर दिल्ली सरकार का कहना था कि हम इस प्रक्रिया में अग्रसarर हैं.
उप मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री को लिखे पत्र में भारतीय सेना से दिल्ली में 10 हजार ऑक्सीजन बेड और 1000 आईसीयू बेड उपलब्ध कराने की अपील की है. दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया कि भारतीय सेना सदैव मुश्किल समय में देशवासियों के साथ खड़ी रहती है और आज ऐसी स्थिति दिल्ली में आ पड़ी है.
अपने इस पत्र में मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार फिलहाल अपने स्तर पर 16272 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड उपलब्ध करा रही है. इसके अलावा अगले 10 दिनों के भीतर करीब 15,000 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 12 सौ आईसीयू बेड उपलब्ध करा दिए जाएंगे.
सिसोदिया ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से कहा कि दिल्ली में लगभग प्रतिदिन लगभग 25 हजार नए कोरोना केस आ रहे हैं. इनमें से 10 फीसदी रोगियों को किसी न किसी कारण से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है या फिर उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है. ऐसी स्थिति में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाएं सेवाओं पर काफी दबाव है.
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन को दिल्ली तक पहुंचाने में भी भारतीय सेना की मदद मांगी है। दिल्ली सरकार ने कहा कि दिल्ली को जिन प्लांट से ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है वह लगभग 15 सौ किलोमीटर की दूरी पर है. इनमें दुगार्पुर, राउरकेला और कलिंगा के ऑक्सीजन प्लांट शामिल हैं. दिल्ली में ऑक्सीजन लाने ले जाने वाले टैंकर्स की भी कमी है. ऐसे में यदि भारतीय सेना ऑक्सीजन दिल्ली तक पहुंचाने में मदद करें तो इससे दिल्ली के हजारों लोगों को तुरंत राहत पहुंच सकती है.
Source : IANS