देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में प्रदूषण से हालात बदतर होते जा रहे हैं. एक बार फिर से बढ़ते प्रदूषण ने दिल्ली-एनसीआर में लॉकडाउन लगाने को मजबूर कर दिया है. दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने यूपी, पंजाब और हरियाणा में बैठक कर NCR में वर्क फ्रॉम होम लागू करने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी को रोकने और इंडस्ट्री को बंद करने की मांग की गई है. इस बीच दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) ने दिल्ली डिजास्टर मैनजेमेंट ऑथोरिटी (DDMA) को प्रपोजल भेजा.
यह भी पढ़ें : पंजाब में कांग्रेस फिर कैसे हासिल करेगी सत्ता, नवजोत सिंह सिद्धू ने दिए संकेत
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते हुए प्रदूषण के मद्देनजर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तरफ लोगों को आकर्षित करने के मकसद से डीटीसी एवं क्लस्टर बसों और मेट्रो में लोगों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति देने की मांग की गई है. साथ ही दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के मकसद से प्राइवेट बसें हायर कर सकता है.
यह भी पढ़ें : डिप्टी CM रेणु देवी के बिगड़े बोल, गुस्से में छात्रों को दी गाली
इसे लेकर परिवहन मंत्री ने मंगलवार को करीब 7 से 8 प्राइवेट बस ऑपरेटर्स के साथ बैठक की है. परिवहन विभाग बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए करीब 500 से 700 प्राइवेट बसों को हायर कर सकता है. आपको बता दें कि प्रदूषण से निपटने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एयर मॉनिटरिंग कमीशन को NCR राज्यों के साथ बैठक करने का आदेश दिया था. अदालत ने NCR में वर्क फ्रॉम होम लागू करने का सुझाव दिया था.