दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि अगले 10-15 दिन में ‘‘स्थिर’’ होगी, इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि को रोकने में गृह-पृथक-वास की नीति ‘‘परिवर्तनकारी’’ साबित हुई है और सरकार इस रणनीति को जारी रखेगी. जैन ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के मामलों की मौजूदा स्थिति जून के मुकाबले कहीं बेहतर है जब शहर में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले सामने आए थे.
ये भी पढ़ें- आदिवासी बहनों के साथ 5 लोगों ने किया गैंगरेप, एक ने किया सुसाइड, दूसरी की हालत नाजुक
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘नए मामलों में इस तरह की वृद्धि का एक मुख्य कारण यह है कि हम अधिक संख्या में जांच कर रहे हैं. हमने बाजारों में, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में, मुहल्ला क्लिनिकों, अस्पतालों में तथा ऐसे ही अन्य कई स्थानों पर जांच की है.’’ जैन ने कहा, ‘‘प्रतिदिन जांच क्षमता जून के मुकाबले चौगुनी हो गई है. दिल्ली में किसी अन्य राज्य के मुकाबले प्रति 10 लाख की आबादी पर अधिक जांच की जा रही है.’’ मंत्री ने यह भी कहा कि यदि दिल्ली सरकार जांच संख्या में कमी कर दे तो संभव है कि नए मामलों की संख्या कम हो जाए, लेकिन ऐसा करने से कोविड-19 कम नहीं होगा.
दिल्ली में जून के महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या काफी अधिक थी और उस समय हर रोज दो हजार या तीन हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे. 20 जून को कोविड-19 के 3,630 नए मामले सामने आए थे और उस दिन 77 रोगियों की मौत हुई थी. वहीं, 23 जून को एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 3,947 मामले सामने आए थे और 68 मरीजों की मौत हुई थी. जुलाई में हर रोज 1,000-2,000 मामले सामने आए. अगस्त में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ और संक्रमण के नए मामलों की संख्या हर रोज 600 से 2,000 के बीच रह गई.
ये भी पढ़ें- PUBG खेलने के लिए नाबालिग लड़के ने दादा के अकाउंट से उड़ाए 2.34 लाख रुपये, हैरान कर देगा मामला
हालांकि, सितंबर में स्थिति फिर से बिगड़ती दिख रही है और महीने के पहले सप्ताह में ही कोरोना वायरस संक्रमण के 18,778 नए मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से रविवार को 3,256 मामले सामने आए जो पिछले 72 दिन में एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं. शहर में कोविड-19 से अब तक 4,599 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के मामलों की संख्या दो लाख के आंकड़े को छूने के करीब है. जैन ने कहा, ‘‘मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन तथ्य यह है कि हमने जांच संख्या भी बढ़ा दी है क्योंकि हम नहीं चाहते कि बीमारी की चपेट में आया कोई भी व्यक्ति ऐसा रहे जिसके बारे में पता न चले, चाहे वह लक्षणमुक्त व्यक्ति ही क्यों न हो. यह वृद्धि अगले 10-15 दिन में नीचे आ जाएगी और मामले तब तक स्थिर हो जाएंगे.’’
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने जोर दिया कि जांच, पृथक-वास और उपचार रणनीति मजबूती से जारी रहेगी तथा संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों का लगातार पता लगाया जाता रहेगा. महामारी को रोकने में मददगार रही सर्वाधिक प्रभावी रणनीति के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा, ‘‘होम आइसोलेशन हमारी सर्वाधिक प्रभावी रणनीति थी, और यह परिवर्तनकारी साबित हुई, तथा हम प्रभावी कोविड-19 प्रबंधन के लिए इस रणनीति को जारी रखेंगे.’’
Source : Bhasha