हाल ही में दिल्ली सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए कई अहम फैसले लिए हैं जिनमें से एक बड़ा फैसला ये है कि दिल्ली में अब केवल दिल्ली के लोग ही इलाज करा सकेंगे. यानी लोगों को दिल्ली के अस्पतालों में इलाज कराने से पहले अपना दिल्ली का रेजिडेंट प्रूफ दिखाना होगा, उसके बाद ही उनका इलाज संभव है. दिल्ली सरकार के इस फैसले पर कई लोगों ने सवाल खड़े किए हैं क्योंकि कई लोग ऐसे है जो अपना इलाज करवाने दूसरे राज्यों से दिल्ली आते हैं. इस मामले पर और कोरोना से जुड़े कुल मामलों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से कुछ सवाल पूछे गए. देखिए इन मुद्दों पर उन्होंने क्या जवाब दिया-
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सवाल: जिस तरह आपने दिल्ली सरकार के और प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्ली वालों के इलाज का आदेश दिया है उससे सवाल उठ रहे हैं. बाहर के लोग राजधानी में इलाज कराने आते थे यहां तक कि खुद मुख्यमंत्री कई बार बाहर इलाज कराने गए हैं
जवाब- आप जानते ही हैं कि दिल्ली के अंदर करोना बहुत फैल रहा है. पिछले कई दिनों से रोजाना 1000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं. तो दिल्ली के लोगों को इलाज कराने के लिए जगह की आवश्यकता है और दूसरा अगर देखें तो आसपास के राज्य तो कह रहे हैं कि उनके यहां कोरोना है ही नहीं. जब वह कह ही नहीं रहे हैं कि करोना है तो कोई ईशु वाली बात ही नहीं रहती.
सवाल: दिल्ली सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को आदेश दिया है कि वह कोरोना के इलाज के लिए लिए जा रहे चार्जेस का शेड्यूल बताएं
जवाब: हां लोगों को पता होना चाहिए कि अस्पताल में एडमिट कर आने से पहले उनको जानकारी होनी चाहिए की क्या चार्ज है और कैसे लगेंगे.
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सवाल: क्या सरकार की मंशा है कि मुंबई की तरह दिल्ली में कोरोना के इलाज के रेट तय करें?
जवाब: अभी हम सबसे पहले चार्जेस की डिटेल इकट्ठी कर रहे हैं. उसको स्टडी करते हैं फिर देखते हैं
सवाल: कुछ निजी अस्पताल शिकायत कर रहे हैं कि उनके यहां आपने कोरोना इलाज का आदेश तो दिया लेकिन उनको डर है कहीं मिक्स होकर संक्रमण ना हो जाये
जवाब: छोटे अस्पतालों को हमने इस आदेश में से हटा दिया था अब कम से कम 70 बेड वाले अस्पतालों को इसके अंदर रखा है। शुरू में अस्पतालों को हिचक थी उनको लगता था कि हम इलाज नहीं कर पाएंगे लेकिन अब कई सारे अस्पताल कह रहे हैं कि हम इसका इलाज करेंगे और पूरा अस्पताल इसके इलाज में लगा देंगे
सवाल: प्राइवेट अस्पतालों में नर्सिंग ऑफिसर की तैनाती का भी आदेश दिया गया है
जवाब: यह इसलिए किया जा रहा है क्योंकि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि लोगों को एडमिट करने में दिक्कतें आ रही हैं तो वह यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी को एडमिशन मनाना किया जाए और अगर बेड खाली है तो तुरंत दिए जाएं
सवाल: अभी डबलिंग रेट क्या चल रहा है
जवाब: अभी 14 से 15 दिन के अंदर मामले डबल हो रहे हैं। तो इसी हिसाब से अगले 14 से 15 दिन में दिल्ली में करीब 56,000 मामले हो जाएंगे. अभी हमारे पास साडे़ आठ से नौ हजार बेड हैं लेकिन हमारा लक्ष्य है कि अगले 15 दिन में 15,000 से 17,000 बेड की व्यवस्था हो जाए