दिल्ली HC ने केंद्र और दिल्ली सरकार से कहा है कि उन हॉस्पिटल के खिलाफ एक्शन लिया जाए जो कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए अपने यहां मौजूद बिस्तर का सही अपडेट उपलब्धन हीं करा रहे हैं.कोर्ट ने कहा कि अस्पताल में मौजूद नोडल ऑफिसर के नाम सार्वजनिक होने चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर पब्लिक उनसे संपर्क कर सकें.
दिल्ली HC ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार और अस्पताल के नोडल ऑफिसर के बीच कम्युनिकेशन गैप है इसे दूर करने की जरूरत है. वहीं दिल्ली सरकार के वकील ने बताया कि राजधानी में कोरोना मरीजो की तादाद को देखते हुए टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई है, एम्बुलेंस की सँख्या बढ़ाई गई है. अब हर दिन 18000 टेस्ट हो रहे है.
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बता दें, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को और 3,788 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही दिल्ली में कोविड-19 के मामले 70,000 के पार चले गए, जबकि शहर में अभी तक इस संक्रमण से 2,365 लोग की मौत हुई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इसी के साथ दिल्ली इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित मुंबई से आगे निकल गई. मुम्बई में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 68,410 थे. मंगलवार को एक दिन में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा 3,947 नए मामले सामने आए थे.
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शुक्रवार-शनिवार से राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 3000 या उससे अधिक नए मामले रोज आ रहे हैं. सोमवार को 2909 नए मरीज सामने आए थे. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को एक बुलेटिन में बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 64 मरीजों की मौत हो चुकी है. इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या मंगलवार को 2,301 थी.
Source : News Nation Bureau