कोरोना वायरस के नए स्वरूप ने दुनियाभर के देशों और वैज्ञानियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन के दृष्टिगत भारत पूरी तरह से सतर्क है. हालांकि सबसे ज्यादा चिंता दिल्ली की जनता के लिए हैं, क्योंकि ब्रिटेन से हाल ही में यहां ज्यादातर लोग आए हैं. इसे देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
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हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि कोरोना से जुड़े नए खतरे को देखते हुए कोविड की जांच और क्वारंटीन सुविधाओं के लिए विशेष कदम उठाए. हाईकोर्ट ने माना कि ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स रोके जाने के केंद्र के फैसले लेने से पहले भी बड़ी तादाद में लोग वहां से आए हैं. इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली सरकार को आदेश दिया है कि वह कोरोना से ठीक हुए लोगों की तकलीफों की जांच कर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करे. साथ ही आरटी-पीसीआर से ज्यादा टेस्ट कराने पर जोर दे.
इससे पहले मंगलवार को ब्रिटेन से आए कम से कम 20 यात्रियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता लगा. कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए 20 लोगों में से छह एक ही उड़ान में थे, जो सोमवार को रात में 11.30 बजे दिल्ली पहुंची थी. इसके अलावा रविवार की रात कोलकाता पहुंची उड़ान के दो यात्री, मंगलवार को अहमदाबाद पहुंची उड़ान के चार यात्री भी संक्रमित मिले. अमृतसर पहुंची एक उडान से आए सात यात्रियों और चालक दल के एक सदस्य के भी वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुी. सभी लंदन से एयर इंडिया की सीधी उड़ानें थीं.
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कोरोना वायरस के नए स्वरूप के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मंगलवार को एसओपी जारी किया. इसमें कहा गया कि ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी और संक्रमित पाए जाने पर उन्हें संस्थानिक पृथक-वास केंद्र में भेजा जाएगा. कोरोना वायरस के नए स्वरूप का पता लगने के बाद भारत ने बुधवार से 31 दिसंबर या अगले आदेश तक ब्रिटेन से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है.