दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन के पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी साहिल नारंग को दुर्घटना के मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिसमें कई लोग हताहत हुए थे। उनकी गिरफ्तारी के साथ एक बीएमडब्ल्यू कार नं. DL-7CU-XXXX को जब्त कर लिया गया है। 10.06.2022 को, हज़रत निज़ामुद्दीन में एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें कहा कि दुर्घटना मेम लोधी रोड फ्लाईओवर के नीचे 2-3 व्यक्ति घायल हो गए हैं कॉल का जवाब देते हुए, कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पता चला कि DL 5CQ XXXX नंबर वाली एक वैगन आर कार को एक अन्य काले रंग की लग्जरी कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर के कारण लोधी रोड फ्लाईओवर के नीचे फुटपाथ पर सो रहे लोगों के ऊपर वैगन आर कार पलट गई। नतीजतन, वहां सो रहे लोग और वैगन आर में सवार लोग घायल हो गए।
घायल व्यक्तियों को एम्स ट्रॉमा सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां 6 साल की रोशनी और 10 साल के उनके भाई आमिर को मृत घोषित कर दिया गया। 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद वैगन आर कार के चालक यतिन किशोर शर्मा का बयान को दर्ज किया गया था, जिन्होंने बताया कि लगभग 4.30 बजे जब वे सम्राट होटल से आ रहे थे और लोधी रोड से सूर्या होटल की ओर जा रहे थे, एक काले रंग की कार जिसका चालक इसे जल्दबाजी में चला रहा था और लापरवाही से उनकी कार को टक्कर मार दी जिससे उनकी कार पलट गई और लोधी रोड फ्लाईओवर के नीचे फुटपाथ पर सो रहे लोगों पर जा गिरी। उनकी कार को टक्कर मारने के बाद काले रंग की कार मौके से फरार हो गई। चूंकि यह घटना अंधेरे समय में हुई थी और घायल व्यक्तियों के अलावा इस घटना को देखने वाला कोई नहीं था, रफ्लाईओवर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे खराब पाए गए। घटना के बाद काली कार जिस रास्ते से गई थी, उसे पहले सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया। इसके लिए ओबेरॉय होटल, लोधी रोड, बारापुला रोड, लाजपत राय मार्ग की ओर जाने वाली सड़क पर लगे करीब 60-70 कैमरों की जांच की गई। एक कैमरे में, यह पाया गया कि दुर्घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहन नीला गुंबद, निजामुद्दीन की ओर मुड़ गया था। जाकिर हुसैन मार्ग, सुंदर नर्सरी और मथुरा रोड की ओर जाने वाले सीसीटीवी की फिर से जाँच की गई।
लगभग 70-80 कैमरों के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद, एक काले रंग की सेडान लग्जरी कार को जांच किया गया। यह पाया गया कि उक्त वाहन ने मथुरा की ओर रुख किया। रास्ते से निकल कर आश्रम की ओर चला गया था। इसके बाद टीम ने निजामुद्दीन पूर्व, निजामुद्दीन पश्चिम और जंगपुरा बी में स्थापित 50-60 सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया। आखिरकार, महारानी बाग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, सीएसआईआर बिल्डिंग और रिंग रोड पर सड़क पर लगे कैमरों के फुटेज का विश्लेषण करने के बाद कार की पहचान बीएमडब्ल्यू कार नंबर DL7CU ** के रूप में हुई। टीम की कड़ी मशक्कत के बाद कार कृष्णा नगर निवासी एक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत मिली।
टीम ने मालिक के आवास पर छापा मारा, जिसने कहा कि उसने अपनी कार अपने भतीजे साहिल को नोएडा के सेक्टर -63 में ड्यूश मोटरन में सर्विस कराने के लिए दी थी। इसके बाद आरोपी साहिल को उसके निर्माण विहार स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। बीएमडब्ल्यू को अधिकृत मरम्मत केन्द्र से बरामद कर उसे जब्त कर लिया गया पूछताछ करने पर आरोपी साहिल ने खुलासा किया कि वह अपने चाचा के साथ एयरपोर्ट से आ रहा था और कार चला रहा था वाहन हाल ही में खरीदा गया था, इसलिए वो कार की गति और नियंत्रण का परीक्षण कर रहा था। इसी दौरान उनका एक्सीडेंट हो गया।
Source : Rumman Ullah Khan