दिल्ली में पिछले चौबीस घंटों में 16,699 नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं. इस कड़ी में पिछले 24 घंटे में 112 मरीजों की मौत हुई, जो 23 नवंबर के बाद सबसे ज्यादा है. 23 नवंबर को एक दिन में 121 मरीजों की मौत हुई थी. पिछले 24 घंटे में दिल्ली का पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी के पार चला गया, जो जून महीने के बाद सबसे ज्यादा है. रहा सवाल सक्रिय मामलों का तो इनकी संख्या अब तक सबसे ज्यादा 54 हजार के पार हो गई है. दिल्ली में वीकएंड कर्फ्यू के ऐलान के बीच बेड्स को लेकर भारी गफलत देखी जा रही है. सच्चाई यह है कि दिल्ली में वास्तव में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन वाले बेड्स की कमी नहीं है. लोग जिन बेड्स की कमी की बात कर रहे हैं वह आईसीयू वेंटिलेटर वाले बेड्स हैं, जो फिलहाल तमाम बड़े अस्पतालों में भरे पड़े हैं. इस गफलत को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को स्पष्टता देने की भी कोशिश की थी.
समझें किन बेड्स की है कमी
ट्विटर पर बृहस्पतिवार को दिल्ली में कोविड-19 महामारी की चिंताजनक स्थिति के बारे में कई लोगों ने पोस्ट किए. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर कुछ लोगों ने दावा किया कि दिल्ली कोरोना एप में यह प्रदर्शित हो रहा है कि शहर के कुछ अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है. अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके यहां बिस्तर खाली नहीं है. कई लोगो ने तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ट्विटर अकाउंट को भी अपने पोस्ट मे टैग कर दिया. हालांकि सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस गफलत को दूर करने की कोशिश कर बेड्स की उपलब्धता के बारे में स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली में कोरोना के बेड्स की कमी नहीं है. कुछ अस्पतालों में आईसीयू वेंटिलेटर वाले बेड्स भर गए हैं और लोग वहीं जाना चाहते हैं, इसलिए ऐसा लग रहा है. प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में भले ही आईसीयू वेंटिलेटर वाले बेड्स कम पड़ रहे हैं, लेकिन ऑक्सीजन वाले 4,500 के लगभग बेड अभी भी उपलब्ध हैं.
एक नजर अस्पतालों और आईसीयू वेंटिलेटर्स बेड्स पर
ऐसे में दिल्ली कोरोना एप लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता का पता लगाने में मदद करता है. इसके हिसाब से देखते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में आईसीयू वेंटिलेटर वाले बेड्स की विभिन्न अस्पतालों में क्या स्थिति है.
आईसीयू विद वेंटिलेटर- 1250 /166
लोक नायक अस्पताल- 200 बेड्स 0 उपलब्ध
राजीव गांधी अस्पताल- 200 बेड्स 0 उपलब्ध
सफदरजंग हॉस्पिटल- 50 बेड्स 0 उपलब्ध
बुराड़ी हॉस्पिटल- 30 बेड्स 0 उपलब्ध
आंबेडकर हॉस्पिटल- 30 बेड्स 0 उपलब्ध
दीप चंद बन्धु- 14 बेड्स 0 उपलब्ध
नॉर्दन रेलवे- 10 बेड्स 0 उपलब्ध
सत्यवती हरिश्चंद्र- 3 बेड्स 0 उपलब्ध
एम्स झज्झर- 1 बेड 0 उपलब्ध
गंगा राम- 42 बेड 0 उपलब्ध
होली फैमिली- 25/0
विमहन्स- 20/0
मैक्स शालीमार बाग- 15/0
अग्रसेन हॉस्पिटल- 15/0
बत्रा हॉस्पिटल- 10/0
मणिपाल- 10/0
मैक्स पटपड़गंज- 10/0
सरोज हॉस्पिटल- 10/0
महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल- 8/0
Blk हॉस्पिटल- 7/0
जयपुर गोल्डन- 6/0
सेंट स्टीफेंस- 6/0
सोनिया हॉस्पिटल- 5/0
फोर्टिस हॉस्पिटल शालीमार बाग- 5/0
फोर्टिस एस्कॉर्ट ओखला- 5/0
मैक्स ईस्ट/वेस्ट ब्लॉक- 5/0
पार्क हॉस्पिटल- 5/0
शांति मुकुंद- 5/0
बालाजी एक्शन- 5/0
वेंकटेश्वर- 5/0
आकाश- 4/0
एचएएचसी हॉस्पिटल- 4/0
इंडियन स्पाइनल- 4/0
महा दुर्गा चेरिटेबल- 4/0
मेडोर- 4/0
मेट्रो हॉस्पिटल प्रीत विहार- 4/0
सेंटोम हॉस्पिटल- 4/0
तारक हॉस्पिटल- 4/0
दिल्ली हार्ट & लंग्स- 3/0
धर्मशीला हॉस्पिटल- 3/0
फोर्टिस वसन्त कुंज- 3/0
गांधी नर्सिंग होम- 3/0
एमजीएस हॉस्पिटल- 3/0अंसारी हॉस्पिटल, बंसल हॉस्पिटल, आयुष्मान हॉस्पिटल, भगवती हॉस्पिटल, गोयल हॉस्पिटल, धर्मवीर सोलंकी हॉस्पिटल, ईरानी हॉस्पिटल, जीवन माला हॉस्पिटल, कालरा हॉस्पिटल, माता रूप रानी, मूलचंद नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट, प्राइमस राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल, सत्यभामा हॉस्पिटल, तीरथ राम हॉस्पिटल, सुशीला हॉस्पिटल इन सब अस्पतालों में 2 बेड्स हैं, लेकिन 0 उपलब्धता है. बीएम गुप्ता, भगवान महावीर, सी डी ग्लोबल, ब्रह्म शक्ति, कोर्णाक, ललिता हॉस्पिटल, महाराजा अग्रसेन, नरेला पुष्पांजलि हॉस्पिटल, एसएमएस अस्पताल में 1-1 बेड है, लेकिन उपलब्ध कोई भी नहीं है.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली में आईसीयू वेंटिलेटर्स बेड्स लगभग सभी फुल
- 4,500 ऑक्सीजन वाले कोविड-19 बेड्स अभी भी खाली
- बेड्स की गफलत से लोगों में है अफरा-तफरी