दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारत छोड़ों आंदोलन की एनिवर्सरी पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान विवादित नारेबाजी करने के मामले में आयोजक अश्विनी उपाध्याय पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. इस मामले में आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने अश्विनी उपाध्याय के खिलाफ पुलिस कंप्लेन की. सोमवार को उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. वहीं, अश्विनी उपाध्याय रात 3 बजे के करीब कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन हाजिरी लगाने पहुंचे. उन्होंने कहा है कि नारे लगाने वालों को नहीं जानता हूं. वीडियो की जांच की जाए. जो भी दोषी निकले उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
भड़काऊ भाषण मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 5 लोग अश्विनी उपाध्याय, दीपक सिंह हिन्दू, विनीत क्रांति, विनोद शर्मा और प्रीत सिंह को हिरासत में लिया है.रात भर पूछताछ के बाद इनको गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. दीपक हिंदू से चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है. वहीं बाकि आरोपियों को कनॉट प्लेस थाने में बताया जा रहा है.
बता दें कि अश्विन उपाध्याय को दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाना बुलाया था. इसके साथ ही अन्य चिन्हित लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही थी. माना जा रहा है कि किसी भी वक्त अश्विन उपाध्याय समेत सभी को गिरफ्तार किया जा सकता है.
डीसीपी ने अश्विनी समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के दिए आदेश
सोमवार को दिल्ली पुलिस के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने इस मामले में शामिल अश्विनी उपाध्याय और अन्य लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. दिल्ली के डीसीपी मलहोत्रा ने कहा है कि दिल्ली पुलिस मामले को कानून के मानदंडों के हिसाब से देख रही है. इसके साथ ही उन्होंने सख्त लहजे में यह भी कहा कि राजधानी में किसी भी तरह के सांप्रदायिक विद्वेष को बार्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसा करने वालों या फिर ऐसे आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें:जंतर-मंतर पर भड़काऊ भाषण, लगे साम्प्रदायिक नारे, FIR दर्ज
इसके पहले भड़काऊ भाषण देने के मामले में दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस थाने में मामला दर्ज किया. जंतर मंतर पर रविवार को कुछ लोगों ने जमा होकर एक धर्म के खिलाफ नारेबाजी की थी और भड़काऊ बयान भी दिए थे. इसका वीडियो भी वायरल हुआ था. पुलिस का कहना है कि इसे अश्विनी उपाध्याय ने आयोजित किया था, इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.
कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर दी सफाई
वहीं अश्विन ने सफाई देते हुए कमिश्नर को चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति उन्मादी भाषण दे रहा है. कुछ लोग मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम लेकर यह वीडियो ट्विटर फेसबुक और वाट्सएप्प पर शेयर कर रहे हैं. वीडियो में दिख रहे लोगों को न तो मैं जानता हूं, न तो इनमें से किसी से मिला हूं और न तो इन्हें बुलाया गया था. वे खुद पुलिस में उन लोगों के खिलाफ शिकायत देने जा रहे हैं.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. रविवार को कुछ संगठनों ने क्विट इंडिया मूवमेंट और अंग्रेजों के बनाए पुराने कानून वापस लेने के लिए धरना दिया था. उसी संबंध में कुछ लोगों ने एक सम्प्रदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी की थी.
अमानतुल्लाह खान ने की थी शिकायत
बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने अश्विनी उपाध्याय के खिलाफ पुलिस को शिकायत करने के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में संसद से कुछ ही दूर पर एक वर्ग को खुलेआम काटने की धमकी देने वाले गुर्गों के ख़िलाफ पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत कर एनएसए और यूएपीए के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की. पीएमओ सबूत सामने होते हुए भी कार्रवाई में देरी आख़िर क्यों हो रही है?
क्या था पूरा मामला
दरअसल, रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर के पास कुछ संगठनों द्वारा क्विट इंडिया मूवमेंट की एनिवर्सरी को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान अंग्रेज़ों के ज़माने के कुछ कानूनों का वापस लेने की मांग की गई, इसी दौरान विवादित नारेबाजी की गई.
HIGHLIGHTS
- अश्विनी उपाध्याय को किया जा सकता है गिरफ्तार
- कनॉट प्लेस थाने पहुंच दर्ज कराया अपना बयान
- जंतर-मंतर पर विवादित नारेबाजी करने का मामला
Source : News Nation Bureau