राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मंगलवार को 25 नई बसें उतारी गईं, जो दिव्यांगों की सुविधा के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट, महिलाओं की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस प्रणाली से लैस हैं. इन 25 नई बसों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाई, जो क्लस्टर योजना के तहत साल के अंत तक शहर में चलने वाले 1,000 नई बसों की बेड़े का हिस्सा हैं.
राज्य सरकार ने कहा कि वर्तमान बेड़े में कुल 1,679 बसें हैं, जबकि नई बसों की खेप आने में देरी का मुख्य कारण बस डिपो की अनुपलब्धता है.
क्लस्टर योजना के तहत आखिरी निविदा 2011 में जारी की गई थी और अनुबंध पर 2013 में हस्ताक्षर किया गया था.
आधिकारिक बयान में कहा गया, 'नई बसों को दिल्ली में छह सालों के अंतराल के बाद उतारा गया है.'
बयान में कहा गया कि परिवहन विभाग ने रेवाला खानपुर, द्वारका सेक्टर 22, खरखरीनहर, बबाना सेक्टर 1 और रानी खेड़ा 1,2 और 3 में डिपो बनाए हैं, जहां से इन 1,000 नई बसों का परिचालन किया जाएगा.
बयान में कहा गया, 'नई 1,000 बसें दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करेंगी, जहां अभी तक बसों की कमी है. ये बसें मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराए काले खां जैसे ट्रैफिक इंटरचेंज हब्स के लिए कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.'