दिल्ली शराब घोटाले के करीब 60 करोड़ रुपए का मनी ट्रेल भाजपा के खाते में मिलने का दावा आम आदमी ने पार्टी किया है. इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग की है. ‘आप’ की वरिष्ठ नेता आतिशी का दावा है कि इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक होते ही भाजपा और शराब कारोबारी शरत रेड्डी के बीच मनी ट्रेल का लिंक देश के सामने आया है. दिल्ली शराब मामले में गिरफ्तारी से पहले शरत रेड्डी ने भाजपा को 4.5 करोड़ दिए थे. बाद में गिरफ्तारी के बाद 55 करोड़ रुपए दिए. पार्टी का दावा है कि ईडी की तरफ से मुख्य साजिशकर्ता बनाया गया शरत रेड्डी का पूर्व में बयान था कि वह अरविंद केजरीवाल को नहीं जानता है. मगर जमानत मिलते ही शरत रेड्डी पलट गया और सरकारी गवाह बन गया. अब उसी शरत रेड्डी ने बयान के आधार पर सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई है.
किसी भी नेता या कार्यकर्ता से एक भी रुपए का मनी ट्रेल नहीं मिला- आतिशी
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी, सौरभ भारद्वाज, जस्मीन शाह और मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता करके कथित शराब घोटाले में भाजपा की साजिश का पर्दाफाश करने दावा किया है. आतिशी का कहना है कि दिल्ली के कथित शराब घोटाले में दो साल से सीबीआई-ईडी की जांच जारी है. इस मामले में चाहे लोअर कोर्ट हो, हाईकोर्ट हो या सुप्रीम कोर्ट हो, एक सवाल बार-बार उठा है कि मनी ट्रेल कहा है? अगर घोटाला हुआ तो पैसा कहां गया? इस केस में कहा गया कि इससे शराब कारोबारियों को बहुत मुनाफा हुआ.
अगर मुनाफा हुआ तो उन्होंने किसको रिश्वत दी? उन्होंने कहा कि दो साल की जांच, सैकड़ों रेड और हजारों लोगों से पूछताछ करने के बाद आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता, किसी भी मंत्री, किसी भी कार्यकर्ता से एक भी रुपए के प्रोसीड ऑफ क्राइम की रिकवरी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि किसी भी नेता, किसी भी मंत्री, किसी भी कार्यकर्ता से एक भी रुपये का मनी ट्रेल नहीं मिला.
बयान बदलने के कुछ दिन बाद शरत चंद्र रेड्डी को जमानत मिल गई- आतिशी
‘आप’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल को दो दिन पहले इस कथित शराब घोटाले को लेकर गिरफ्तार किया गया. अरविंद केजरीवाल की गिरफतारी सिर्फ एक आदमी के बयान के आधार पर हुई है, जिसका नाम शरत चंद रेड्डी है. शरत चंद्र रेड्डी अरबिन्दो फार्मा नाम के एक बहुत बड़ी दवाई कंपनी के मालिक हैं. इनके पास कई और कंपनियां भी हैं, जिसमें से दो प्रमुख कंपनियां एपीएल हेल्थ केयर और यूजीआ फार्मा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली एक्साइज पॉलिसी में शरत चंद्र रेड्डी को कुछ जोन मिले. इन्हें 9 नवंबर 2022 को पूछताछ के लिए बुलाया गया और इन्होंने साफ-साफ बोला कि वो न तो अरविंद केजरीवाल को जानते हैं, न उनसे मिले हैं और न ही आम आदमी पार्टी से उनका कोई लेनदेना है.
इस बयान के अगले दिन ही शरत चंद्र रेड्डी को ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. कई महीने जेल में रहने के बाद एक दिन इन्होंने अपना बयान बदला और कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल से मिला भी और शराब घोटाले पर उनसे बात भी हुई. यह बयान के देने के कुछ समय बाद ही शरत चंद रेड्डी को बेल मिल जाती है. मगर ये सिर्फ बयान है. पैसा कहा है? मनी ट्रेल कहा है? क्योंकि बीजेपी और उनका राजनैतिक हथियार ईडी तो बार-बार यह कह रहे है कि शराब घोटाले में पैसा बना और शराब कारोबारियों ने इस पैसे को रिश्वत के तौर पर दिया.
शरत रेड्डी की कंपनियों से भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिला पैसा ही मनी ट्रेल है- आतिशी
आतिशी का दावा है कि शरत चंद्र रेड्डी की कंपनियों द्वारा भाजपा को इलेक्टोरल बांड्स के रूप में दिया गया ही पैसा मनी ट्रेल है.आज ये मनी ट्रेल पूरे देश के सामने आ गया है कि अरविन्दो फार्मा के मलिक व शराब कारोबारी शरत चंद्र रेड्डी ने एक्साइज पॉलिसी के बनने के दौरान ही 4.5 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बांड्स भाजपा को दिए थे. उसके बाद गिरफ्तार होने के बाद भाजपा को 55 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बांड्स और दिए.
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से जिस मनी ट्रेल की बात हो रही थी, आज वो मनी ट्रेल सामने आ गई है कि आखिरकार शराब के कारोबारियों ने पैसा किसको दिया, पैसा कहां और कब गया. उन्होंने कहा अब ईडी भाजपा को आरोपी बनाए और भाजपा के राष्ट्रीय को गिरफ्तार करे. क्योंकि अब पहली बार एक्साइज पॉलिसी के मामले में आधिकारिक मनी ट्रेल सामने आ गया है और ये मनी ट्रेल सीधा शराब के कारोबारियों से भाजपा के बैंक अकाउंट में गया है.
इलेक्टोरल बॉन्ड्स की जानकारी बाहर आने से रोकने की पूरी कोशिश की- सौरभ भारद्वाज
इस दौरान ‘आप’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब से इलेक्टोरल बांड के बारे में सुप्रीम कोर्ट में चर्चा हुई. सभी जानते हैं कि भारतीय जनता पार्टी, केंद्र सरकार, एसबीआई, इलेक्शन कमीशन पूरी कोशिश कर रहे थे कि इलेक्टोरल बॉन्ड किस कंपनी ने किस पार्टी को दिया, इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट न करें और यह जानकारी बाहर न आए. केंद्र सरकार की एजेंसी ईडी जिसके ऊपर छापा मार रही है, ईडी उसको गिरफ्तार कर रही है और वही कंपनी भाजपा को चंदा दे रही है. अरबिंदो फार्मा से कुल 59.5 करोड़ रुपए का चंदा भारतीय जनता पार्टी ने लिया है. अरबिदों फार्मा के अकाउंट से भाजपा के अकाउंट में पैसा आया है और इसका सबूत है.
HIGHLIGHTS
- जमानत मिलते ही पलटा शरत रेड्डी और सरकारी गवाह बन गया- AAP
- अब उसी शरत रेड्डी के बयान के आधार पर हुई है केजरीवाल की गिरफ्तारी - AAP
- अरबिंदो फार्मा से कुल 59.5 करोड़ रुपए का चंदा भारतीय जनता पार्टी ने लिया है- सौरभ भारद्वाज
Source : News Nation Bureau