दिल्ली में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली में 19 अप्रैल रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया है. दिल्ली में लगातार कोरोना के आ रहे रिकॉर्ड मामले के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका ऐलान किया. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में स्थिति लगातार बिगड़ रही है. ऐसे में सख्ती लगाना जरूरी हो गया है. हालांकि इस दौरान लोगों को कुछ छूट भी दी गई है.
- मेट्रो, बस सर्विस चालू रहेगी. लेकिन उन्हीं लोगों को इनमें ट्रैवल करने की छूट मिलेगी, जो जरूरी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं.
- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को छूट मिलेगी.
- अगर कोई शादी का कार्यक्रम है, तो उसमें सिर्फ 50 लोगों को ही इजाजत दी जाएगी, लेकिन उसके लिए पास लेना होगा.
- वीकली मार्केट को जोन के हिसाब से एक दिन में खोला जाएगा. स्थानीय अधिकारियों द्वारा इसकी सूचना दी जाएगी.
- सभी मॉल, जिम, स्पा, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल, एंटरनेटमेंट पार्क बंद रहेंगे.
- दिल्ली में रेस्तरां में जाकर खाने पर पाबंदी होगी. होम डिलिवरी या टेक अवे की इजाजत रहेगी.
- दिल्ली में सभी प्राइवेट दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम किया जाएगा. सरकारी दफ्तरों में कुछ ही अफसरों के आने की इजाजत होगी.
- प्रवासी मजदूरों को कोई समस्या ना हो, उपराज्यपाल ने इसके निर्देश दिए हैं, ताकि अधिकारी अहम फैसले लें.
- अस्पताल, सरकारी कर्मचारी, पुलिस, जिलाधिकारी, बिजली, पानी, सफाई से जुड़े लोगों को कर्फ्यू में छूट मिलेगी.
- अगर किसी को अस्पताल जाना है, वैक्सीन लगवाने जाना है या किसी बीमार को बाहर ले जाना है, तो उन्हें बाहर जाने की छूट होगी.
केजरीवाल और एलजी के बीच हुई बैठक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल औऱ उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच इस संकट से निपटने को लेकर हुई बैठक में सहमति बन गई है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने टेस्ट कभी कम नही किये. करीब 1 लाख टेस्ट दिल्ली में रोजाना हो रहे हैं. पिछले 24 घंटे में 23,500 केस आये हैं. अगर रोजाना 25 हजार मरीज आएंगे तो कोई भी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. उन्होंने कहा कि हमारा हेल्थ सिस्टम बहुत तनाव में है. किसी भी हेल्थ सिस्टम की अपनी सीमाएं हैं. कल एक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गई. एक बहुत बड़ी त्रासदी होने से बच गई. दिल्ली में आज 10 बजे से सोमवार 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया जा रहा है. मैं लॉकडाउन के खिलाफ रहा हूं, लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था अपनी सीमा तक पहुंच जाए तो लॉकडाउन ही लगाना पड़ता है.
केंद्र से मांगी मदद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि केंद्र सरकार के अस्पतालों में 7000 बेड्स कोविड मरीजों के लिए रिजर्व होने चाहिए. कई अस्पताल ऐसे हैं जहां एक भी आईसीयू बेड नहीं बचा है. दिल्ली सरकार का एप पर भी बेड फुल दिख रहे हैं. उधर कोरोना से दिल्ली के बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली की चांदनी चौक मार्केट एसोसिएशन ने कुछ दुकानों को बंद रखने का फैसला लिया है. चावड़ी बाजार एसोसिएशन ने भी प्रतिष्ठानों को बंद रखने का फैसला लिया है. एसोसिएशन 19, 20 और 21 अप्रैल को प्रतिष्ठानों को पूर्णतया बंद रखेंगे.
Source : News Nation Bureau