दिल्ली में अनलॉक 8 के तहत, सोमवार से दिल्ली मेट्रो में 100 प्रतिशत क्षमता के साथ यात्रा के लिए अनुमति दी गई थी. लेकिन लोगों की भीड़ जो मेट्रो के अंदर दिखनी चाहिए थी, वह आज मेट्रो स्टेशनों के बाहर देखने को मिली. कई मेट्रो स्टेशनों पर काफी देर तक यात्रियों के प्रवेश को भी रोक दिया गया था. वजह की पड़ताल करने पर पहले तो टेक्निकल ग्लिच (Techincal Glitch) की समस्या बताई जा रही थी लेकिन बाद में यह पता चला और दिल्ली मेट्रो ने ये स्पष्ट भी किया है कि सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस होने के बाद मेट्रो ट्रेनों को रोका गया था. DMRC ने ट्वीट कर कहा, "सुबह करीब 6.42 बजे हल्के झटके की पुष्टि हुई। एक Standard Procedure के तहत, ट्रेनों को सावधानी की गति (Cautionary peed) से चलाया गया और अगले प्लेटफॉर्म पर रोका गया। सेवाएं अब सामान्य रूप से चल रही हैं."
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अब 100 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रही दिल्ली मेट्रो की ट्रेनें
सोमवार से दिल्ली में अनलॉक 8 लागू होने के बाद Covid Restrictions में काफी छूट दी गई है. जिसके तहत, दिल्ली मेट्रो ट्रेन सेवाएं सोमवार से पूरी सीट क्षमता के साथ चल रही हैं. हालांकि अभी भी मेट्रो में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है. अभी केवल उपलब्ध सीटों पर ही बैठकर यात्रा करने की ही अनुमति है. कोविड-19 के कारण, दिल्ली मेट्रों सेवाएं काफी दिनों के लिए स्थगित कर दी गई थी. उसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) लंबे समय के बाद मेट्रो सेवाएं बहाल होने पर 7 जून से 50 प्रतिशत सीट क्षमता के साथ ट्रेनों का परिचालन कर रही थी. जिसे अब बढ़ाकर 100 प्रतिशत कर दिया गया है. दिल्ली मेट्रो के एक कोच की क्षमता करीब 50 यात्रियों की है. सात जून से दिल्ली मेट्रो के डिब्बों में यात्रियों के खड़े होकर यात्रा करने पर मनाही है.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली मेट्रो में 100 प्रतिशत क्षमता के साथ यात्रा के लिए अनुमति
- मेट्रो स्टेशनों के बाहर दिखी लोगों की भीड़
- भूकंप के हल्के झटके महसूस होने के बाद मेट्रो ट्रेनों को रोका गया