दिल्ली और NCR के कुछ इलाकों में देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 थी और इसका केंद्र गुरुग्राम से 48 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में था. लोगों को रात करीब 11.45 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस हुए. हालांकि अभी तक किसी के जानमाल की हानि की कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
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अप्रैल के बाद दिल्ली-एनसीआर में इस बार 15 से ज्यादा बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस दौरान भूकंप का केंद्र दिल्ली के आसपास के इलाकों में ही था. इससे पहले 2 दिसंबर को तड़के दिल्ली-एनसीआर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 थी. गाजियाबाद में भूकंप का केंद्र था. सुबह 4 बजकर 5 मिनट पर भूकंप आया था. इस साल दिल्ली-एनसीआर में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
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जवाहरलाल नेहरू सेंटर ऑफ एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च में प्रोफेसर सीपी राजेंद्रन ने आशंका जताई है कि दिल्ली-एनसीआर में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है. लेकिन ये कब आएगा और कितना ताकतवर होगा, ये कह पाना मुश्किल है. सीपी राजेंद्रन ने 2018 में एक स्टडी की थी. जिसके मुताबिक साल 1315 और 1440 के बीच भारत के भाटपुर से लेकर नेपाल के मोहाना खोला तक 600 किलोमीटर लंबी सीसमिक गैप बन गई थी. यानी जमीन के अंदर एक बड़ा गैप बन गया है. यह एक सक्रिय भूकंपीय फॉल्ट है.
Source : News Nation Bureau