दिल्ली-एनसीआर की तकरीबन 250 से ज्यादा स्कूलों को बम की धमकी वाले मेल VPN के इस्तेमाल से रूसी डोमेन (.ru) के जरिए भेजे गए थे. हूबहू इसी तर्ज पर बीते साल 12 अप्रैल को दक्षिणी दिल्ली के सादिक नगर स्थित द इंडियन स्कूल को भी ईमेल से फर्जी धमकी मिली थी, जिसमें (.ru) कंट्री कोड का इस्तेमाल किया गया था. जांच में शामिल कुछ अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि, ऐसी परिस्थितियों में लोगों पर नज़र रखना मुश्किल हो सकता है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन्हें "गहरी साजिश" का संदेह है. इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश, गुमनाम संचार और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है.
*निश्चित रूप से, ऐसे ईमेल आईडी एड्रेस कोई भी, किसी भी स्थान से बना सकता है.
क्या कहते हैं दिल्ली पुलिस के अधिकारी?
जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि, धमकी रूस स्थित डोमेन वाली आईडी 'savariim@mail.ru' से भेजी गई थी, लेकिन हो सकता है कि यूजर ने अपने IP (इंटरनेट प्रोटोकॉल) पते को छिपाए रखने के लिए कई आईडी से ईमेल को बाउंस कर दिया हो. साथ ही संभावना जताई है कि, IP एड्रेसेस VPN से जुड़े हो सकते हैं, जिससे इसके पीछे मौजूद असल शख्स की कनेक्टिविटी स्थापित करना एक चुनौती बन सकती है.
अधिकारी ने कहा कि, फिलहाल विभाग इंटरपोल को डेमी आधिकारिक (DO) पत्र भेजकर मदद मांगेंगा, जिसमें ईमेल ए़ड्रेस के लिए साइन अप करने वाले व्यक्ति की डिटेल मांगी जाएगी. साथ ही रजिस्ट्रेंट की डिटेल के लिए वह रूसी कंपनी से भी संपर्क करेंगे.
आप भी तैयार कर सकते हैं अकाउंट
गौरतलब है कि, Mail.ru रूसी कंपनी VK की ओर से मुहैया की जाने वाली ईमेल सेवा है, ठीक उसी तरह जैसे Gmail या Outlook क्रमशः Google और Microsoft द्वारा दी जाने वाली ईमेल सेवाएं हैं. जहां .ru रूसी वेबसाइटों के लिए कंट्री कोड शीर्ष-स्तरीय डोमेन है, जैसे .in भारत के लिए है.
जिस तरह Gmail और Outlook दुनिया में कहीं भी कोई भी व्यक्ति अपना अकाउंट तैयार कर सकता है, उसी तरह Mail.ru का अकाउंट भी कहीं से भी बनाया जा सकता है, जिसके जरिए इमेल भेजे और प्राप्त किए जा सकते हैं. हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि, ईमेल का ओरेजन रूस में हुआ हो.
Source : News Nation Bureau