राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने संयुक्त रूप से एक ज्ञापन उपराष्ट्रपति को सौंपा, जिसमें उन्होंने उच्च सदन में हुई घटनाओं के बारे में जानकारी दी. उप राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद विपक्षी नेताओं ने प्रेस वार्ता की. कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने बिना चर्चा के कई विधेयक पारित किए हैं. इससेे पहले राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यसभा में सांसदों के साथ बदसलूकी की गई. हमने सरकार से पेगासस मुद्दे पर चर्चा करने की बात कही, हमने किसानों, महंगाई का मुद्दा उठाया. लेकिन हमारे आवाज को दबाया गया. राहुल ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है.
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वहीं, राज्य सभा में विपक्षी नेताओं के हंगामे को लेकर सरकार के मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए. अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को लोकतांत्रिक मूल्यों की चिंता नहीं है. यहां तक कि विपक्षी सदस्यों ने नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं होने दिया. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने सदन में शीशा तोड़ने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन में हंगामा करने की मंशा से आया था. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि पहले दिन से ही विपक्ष का रवैया ठीक नहीं था.
Source : News Nation Bureau