दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस (IPS) ऑफिसर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम राजीव गुप्ता है. 53 वर्षीय आरोपी इंदिरापुरम में रहता है. उसने फर्जी आईकार्ड बनाकर लोगों से ठगी करता था. खुद को इंस्पेक्टर जनरल बताता था. लोगों में धौंस जमाने के साथ-साथ उगाही भी करता था. दिल्ली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को जाली आई कार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपी खुद को तमिलनाडू कैडर का आईपीएस ऑफिसर बताता था.
उम्र बढ़ने के साथ खुद के रैंक को बढ़ाया
आरोपी उम्र बढ़ने के साथ-साथ खुद को रैंक भी बढ़ाता गया. आरोपी की पुरानी दिल्ली के सीता राम थोक बाजार में दुकान है. उसी दुकान से पानी के पाइप का भी बड़ा कारोबार है. हौजकाजी थाने की पुलिस ने तमिलनाडु कैडर के आईपीएस और इंस्पेक्टर जनरल के जाली आई-कार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने खुद को आईपीएस बताकर कितने की ठगी की है. इस बात की अभी पुष्टी नहीं हुई है. आरोपी दिल्ली में अपना कारोबार बताता था और लोगों से उगाही करता था. ऐसा वह खुद को चमकाने के लिए करता था या कोई वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहा था. पुलिस इस पर जांच कर रही है.
एग्जाम में फेल होने पर बन गए IPS
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर ले लिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. IAS के एग्जाम में फेल हुआ तो खुद से IPS बन गया. सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह खुद को 1989 बैच का आईपीएस बताता था. इंदिरापुरम के नीति खंड में रहता है. उसका कहना है कि वह 1989 में आईएएस की परीक्षा में शामिल हुआ था. उसके समय के लोग आईजी हो चुके हैं, इसलिए वह भी जाली कार्ड के जरिए आईजी बनता था.
दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तर
उसके बार में हौजकाजी की हिम्मत गढ़ पुलिस चौकी के इंचार्ज योगेंद्र को सीक्रेट इंफोर्मेशन मिली थी. उन्होंने एसएचओ को सूचना दी. एसीपी कमला मार्केट अमित कौशिक की सुपरविजन में पुलिस टीम ने सूचना पुख्ता होने पर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की और आरोपी राजीव गुप्ता को उनकी सीता राम बाजार स्थित दुकान से गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से दो आईडी कार्ड बरामद किया गया है.
Source : Avneesh Chaudhary