दिल्ली पुलिस ने उत्तम नगर में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिसने 1700 से अधिक लोगों को कर्ज देने के बहाने ठगा. इस सिलसिले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर दवा आपूर्ति की दुकान की आड़ में चल रहा था. पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्षवर्धन के अनुसार, उत्तम नगर में चल रहे एक अवैध कॉल सेंटर के बारे में विशेष जानकारी मिली थी और कई मामले सामने आए थे कि यह लोन देने के बहाने लोगों को धोखा दे रहा है.
डीसीपी ने कहा, कॉल सेंटर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के संजय नगर निवासी फैसल और उनकी टीम चला रही थी. पूछताछ करने पर फैसल ने यह कहकर पुलिस टीम को गुमराह किया कि वह दवा बेचने और विज्ञापन देने के लिए कॉल सेंटर चला रहा है. अधिकारी ने कहा, पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने काउंटर पर कुछ दवाएं भी रखी थीं. हालांकि, लगातार पूछताछ में पता चला कि सभी कर्मचारी ग्राहक सहायता एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और वे ग्राहकों को कर्ज देने के लिए बुलाते थे.
अधिकारी ने कहा, वे तब बैंक खाते का विवरण प्रदान करते थे और ग्राहकों से उस बैंक खाते में प्रोसेसिंग फीस राशि जमा करने के लिए कहते थे. डीसीपी ने कहा, गाजियाबाद के संजय नगर निवासी पारस ने उस जगह पर कब्जा कर लिया था, जिस पर कॉल सेंटर पट्टे पर चल रहा था. वह इस मामले में फरार है. उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. डीसीपी ने कहा, फरवरी 2022 से कॉल सेंटर चल रहा है. रजिस्टरों की जांच और आगे की पूछताछ के अनुसार, यह पता चला है कि आरोपियों ने 1700 से अधिक निर्दोष लोगों को धोखा दिया.
अधिकारी ने कहा, पैसे और राशि के लेन-देन को दर्शाने वाले संपर्क व्यक्तियों की सूची वाले कुल 29 रजिस्टर बरामद किए गए. इन व्यक्तियों से ठगी गई राशि 1 करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है. अधिकारी ने कहा, कॉल सेंटर में छह महिलाओं सहित कुल 12 लोग काम कर रहे थे और पुलिस टीम ने उन्हें मौके पर ही दबोच लिया.
Source : IANS