मां काली को धूम्रपान करते दिखाते एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर रिलीज किए जाने और सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस संबंध में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में आईपीसी की धारा 153-ए और धारा 295-ए के तहत प्राथमिकी संख्या 194/2022 में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस पोस्टर पर दिल्ली में अलग-अलग जगहों से शिकायतें दर्ज हुई हैं.
स्पेशल सेल ने दर्ज किया मामला
इन शिकायतों में गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस कमिश्नर और डीसीपी नॉर्थ वेस्ट को पत्र भेजकर फिल्म बनाने वालों के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गई थी. एडवोकेट विनीत जिंदल ने पुलिस कंप्लेंट करने के साथ कनाडा के पीएम को भी पत्र लिखकर इस मूवी की स्क्रीनिंग रोकने की मांग की थी. जिंदल का दावा है कि स्पेशल सेल ने उनकी शिकायत पर केस दर्ज किया है.
ये भी पढ़ें: भारत ने वैक्सीन मैत्री से कोविड के खिलाफ लड़ी वैश्विक जंग, 50 देशों को भेजे 23 करोड़ खुराक
जिंदल ने मूवी के डायरेक्टर, स्क्रीन राइटर और फिल्म निर्माण से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धारों में मुकदमा दर्ज करके तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी. दूसरी ओर डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के खिलाफ गौ महासभा के अध्यक्ष अजय गौतम ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर और गृह मंत्रालय को शिकायत भेजी थी. शिकायत में कहा गया है कि जिस तरह से डॉक्यूमेंट्री फिल्म में पोस्टर के जरिए काली माता को धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है वो हिंदू की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है, लिहाजा इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के प्रड्यूसर लीना के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो, साथ ही पोस्टर तथा फिल्म पर रोक लगे.
कब तक सहन करेगा हिंदू?
अजय गौतम ने कहा कि हिंदू कब तक सहेगा, फिल्मों में देवी देवताओं के अपमान का सिलसिला चल रहा है. कभी सिनेमा से तो कभी चित्रकारी और क्रिएटिविटी के नाम पर हिंदू देवी देवताओं का उपहास बनाया जाता है. वहीं पैगंबर मोहम्मद को लेकर कोई बयान सामने आया तो गले काटे जा रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- मां काली के विवादास्पद पोस्ट पर एफआईआर दर्ज
- फिल्म मेकर्स पर दिल्ली में एफआईआर दर्ज
- कनाडा बेस्ड प्रोड्यूसर, डायरेक्टर पर केस