दिल्ली के द्वारका शेल्टर होम मामले में दिल्ली पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी महिलाएं शेल्टर होम में मदर्स नाम से पुकारी जाती थी.
शुक्रवार को महिला आयोग द्वारा बच्चियों के साथ हैवानियत की शिकायत मिलने पर पुलिस ने पॉक्सो 6 एक्ट और 75 जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. इसके साथ ही शेल्टर होम में रहने वाली बच्चियों का बयान भी दर्ज किया गया था. गिरफ्तार महिलाओं पर बच्चियों पर उत्पीड़न का आरोप लगा है.
बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा था कि द्वारका शेल्टर होम में रहने वाली 6-7 साल की बच्चियों को सताया जा रहा है. उन्हें मारा जा रहा है, इतना ही नहीं उन्हें सजा देने के लिए उनके प्राइवेट पार्ट में मिर्च डाल दिया जा रहा है. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को दर्ज किया.
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दरअसल, केजरीवाल सरकार की सलाह पर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली स्थित सरकारी व निजी शेल्टर होम की जांच करने और इनमें सुधार के लिए सलाह देने के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित की थी. इसके बाद 27 दिसम्बर 2018 को विशेषज्ञ समिति के सदस्यों ने नाबालिग लड़कियों के द्वारका स्थित एक निजी शेल्टर होम की स्थिति को देखने के लिए वहां का दौरा किया. इसमें आयोग की सदस्य प्रोमिला गुप्ता, फिरदौस खान, वंदना सिंह और एक बाहरी सदस्य ऋतु मेहरा शामिल रहे. यहां पर हर उम्र की बच्चियों से बातचीत की गई जिसमें इस बाबत खुलासा हुआ.
Source : News Nation Bureau