Delhi Pollution: दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है. इसी के साथ सोमवार सुबह राजधानी घने कोहरी की चादर में लिपटी दिखाई दी. इस दौरान राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया. आज सुबह अक्षरधाम मंदिर के एक घना कोहरा दिखाई दिया. ये हालत तब है जब दिल्ली में अभी ठंड की शुरुआत भी नहीं हुई है लेकिन वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने समय से पहले ही दिल्ली को कोहरे की चादर से ढंक दिया.
307 हुआ दिल्ली का एक्यूआई
सोमवार सुबह राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में का एक्यूआई खराब श्रेणी में पहुंच गया. इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक 307 दर्ज किया गया. जो 'बहुत खराब' के को दर्शाता है. सफर-भारत के आंकड़ों से पता चलता है कि आसपास के इलाकों में भी वायु की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, जब AQI 'खराब' श्रेणी में होता है तब लंबे समय तक लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है. जबकि, वायु की गुणवत्ता लंबे समय तक 'बहुत खराब' श्रेणी में होने पर सांस संबंधी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.
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आनंद विहार इलाके की हवा सबसे खराब
कल यानी 20 अक्टूबर को दिल्ली के आनंद विहार इलाके में AQI सुबह साढ़े आठ बजे गिरकर 454 पर पहुंच गया. जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में रखता है. जबकि द्वारका, सेक्टर-8 में AQI इसी समय 311 दर्ज किया गया. जो 'बहुत खराब' श्रेणी के अंतर्गत आता है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी में आईटीओ में एक्यूआई इसी वक्त 232 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में था.
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ऐसे सुधरेगी दिल्ली की हवा
वायु प्रदूषण से बचने के लिए दिल्ली सरकार भी कदम उठा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान -1 (GRAP-1) के तहत उपायों के सख्ती से लागू करने की घोषणा की.
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यह घोषणा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद की गई, जिसमें पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. आतिशी ने दिल्लीवासियों से कार पूल करने, पटाखे और कूड़ा जलाने से बचने और ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से प्रदूषण की घटनाओं की रिपोर्ट करने का भी आग्रह किया है.