दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejariwal) ने शहीद रतनलाल (Ratan lal) के परिवार को 1 करोड़ रुपए देने और किसी एक सदस्य को दिल्ली में नौकरी देने की घोषणा की है. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि रतनलाल की जिंदगी देश को बचाने में गई हैं. उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में हिंसा बाहर से आए लोगों ने फैलाई.
दिल्ली की कमान संभालने वाले सीएम केजरीवाल ने कहा कि रतन लाल देश को बचाने में शहीद हुए हैं. उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी. केजरीवाल ने शहीद रतनलाल के परिवार को एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की. इसके साथ ही घर के किसी एक सदस्य को दिल्ली में नौकरी देने की भी बात कही.
Delhi CM Arvind Kejriwal in Delhi Assembly: I want to assure the family of Delhi Police Head Constable Rattan Lal ji that we will take care of them. We will give a compensation of Rs 1 Crore and a job to a member of his family. pic.twitter.com/ifh9UernLI
— ANI (@ANI) February 26, 2020
दिल्ली दंगे पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली हिंसा के पीछे राजनीतिक तत्व हैं. बहुत ही नाजुक वक्त है. दिल्ली की ये तस्वीर कोई नहीं देखना चाहता है.
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हिंदू और मुसलमान कभी नहीं लड़ना चाहते हैं, बाहरी लोगों ने फैलाई हिंसा
दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं. ये जो कुछ भी हुआ 'आम आदमी' ने नहीं किया है.यह कुछ असामाजिक, राजनीतिक और बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है. दिल्ली में हिंदू और मुसलमान कभी नहीं लड़ना चाहते हैं.
Delhi CM Arvind Kejriwal in Delhi Assembly: People of Delhi do not want violence. All this has not been done by the 'aam aadmi'. This has been done by some anti-social, political and external elements. Hindus & Muslims in Delhi never want to fight. #DelhiViolence pic.twitter.com/gE655ZNgJs
— ANI (@ANI) February 26, 2020
रतनलाल को शहीद का दर्जा देने की हो रही थी मांग
बता दें कि दिल्ली में नागरिकता कानून (CAA) को लेकर हुए हिंसक विरोध में मारे गए दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल रतनलाल को सरकार शहीद का दर्जा दी है. रतनलाल का परिवार उन्हें शहीद का दर्ज देने की मांग को लेकर बुधवार को धरने पर बैठ थे. सीकर जिले के सदीनसर गांव में ग्रामीण रतनलाल को ने शहीद के दर्जे के लिए जाम और प्रदर्शन कर रहे थे. इसके बाद सीकर के सांसद सुमेधानंद महाराज ने उन्हें शहीद का दर्जा देने का ऐलान किया. इस मौके पर झुंझुनू सांसद नरेंद्र कुमार और सीकर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश नारायण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र शर्मा भी मौजूद रहे.