कोरोना संकट से आई बेरोजगारी को देखते हुए दिल्ली टैक्सी-टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है. पत्र में एसोसिएशन ने लिखा है, करोना महामारी की वजह से टैक्सी बस मालिक बेरोजगारी, भुखमरी से परेशान हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने दिल्ली-एनसीआर के अंदर पंजीकृत ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट (एएटीपी) की डीजल टैक्सी बसों के परमिट 2 साल और बढ़ाने की मांग की है. साथ ही जिन डीजल टैक्सी के परमिट अभी खत्म हो रहे हैं, उन्हें भी 2 साल और बढ़ाने की मांग की है.
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काम धंधा नहीं होने से परेशानी बढ़ी
पत्र में आगे लिखा गया है कि कोरोना महामारी से देश में पर्यटन उद्योग बिल्कुल खत्म हो चुका है. पूरे भारत के अंदर टूरिस्ट जनवरी से ही आना बंद हो गए थे. साथ ही मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद हालत और भी खराब हो गए हैं. देश के अंदर जितनी भी टूरिस्ट टैक्सी बस हैं वह सभी पार्किंग में ही खड़ी हुई हैं. एसोसिएशन की तरफ से चिंता जताते हुए कहा गया कि आने वाले 1 साल तक भारत में टूरिस्ट का आना जाना भी मुश्किल है और हालात ये हो गई है कि हमारे पास गाड़ी की किस्त जमा करने के भी पैसे नहीं हैं. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट को 2 साल और बढ़ाया जाए.
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कोरोना संकट और लॉकडाउन से बढ़ी बेरोजगारी
दरअसल, मार्च से कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन गया है. जिसको धीरे-धीरे सरकार कई फेज में खुल रही है, लेकिन लॉकडाउन पूरी तरह से नहीं खुलने और कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से कई कंपनियां अभी बंद है. टूरिस्ट का आना जाना भी बंद है. जिसकी वजह से टैक्सी बस के मालिक के साथ ड्राइवर भी बेरोजगार हो गए है. जिसको लेकर दिल्ली टैक्सी-टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है.
Source : IANS