व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सीलिंग की कार्रवाई के विरोध में आज दिल्ली व्यापार बंद करने की घोषणा की है।
दिल्ली के अधिकतर छोटे और बड़े बाजार बंद है वहीं पुरानी दिल्ली के सभी थोक, रीटेल बाजार बंद हैं। कारोबारी संगठनों के इस बंद को आम आदमी पार्टी, कांग्रेस के अलावा बीजेपी का भी समर्थन हासिल है। सीलिंग के विरोध में बाजारों में धरने प्रदर्शन का दौर जारी है। सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी हो रही है।
मार्च के दौरान सभी व्यापारियों ने अपने अपने हाथों में कटोरा लिया हुआ था। वे भीख मांगते हुए चल रहे थे।
कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बंद की घोषणा करते हुए कहा है कि शीर्ष न्यायालय के आदेश की आड़' में 'दिल्ली नगर निगम कानून 1957 के मूलभूत प्रावधानों को ताक' पर रख सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है। व्यापारियों ने मांग की है इस बात की जांच की जाए कि 'क्यों व्यापारियों को उनके अधिकार से वंचित रखते हुए सीलिंग की जा रही है।'
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यह बंद का ऐलान कारोबारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स और उसके सहयोग व्यापारी संगठनों ने किया है। अन्य कारोबारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) और उससे जुड़े व्यापारी संगठन भी इसमें शामिल हैं। सीलिंग को लेकर दुकानदारों में बहुत ज्यादा नाराजगी है, बाजारों के साथ-साथ कॉलोनियों के दुकानदार भी इसमें शामिल हो रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने व्यापारियों के साथ खड़े होने की बात कही है। 'आप' की तरफ से इस व्यापक बंद का नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली संयोजक गोपाल राय करेंगे।
29 जनवरी को आम आदमी पार्टी सभी व्यापारियों के साथ संसद मार्च भी करेगी। क्योंकि इसी दिन से संसद का बजट सत्र भी शुरू हो रहा है।
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Source : News Nation Bureau