मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसे श्राप से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया है. ताकि कोई भी महिला तीन तलाक से पीड़ित ना हो, लेकिन जिस मकसद से कानून बनाया गया. वह फेल होता दिखाई दे रहा है. तीन तलाक को मानने वाले मुस्लिम समाज के कुछ लोग अभी अपनी पत्नी को तलाक दे रहे हैं उनमें तीन तलाक कानून का खौफ नहीं दिखाई दे रहा है. दरअसल, दिल्ली के ओखला के जसोला इलाके मै ट्रिपल तलाक का मामले सामने आया है जहां पर रिहाना परवीन नाम कि लड़की को उसके पति वकील सैफी ने तीन तलाक देकर एक हिन्दू लड़की से शादी कर ली.
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रिहाना कि माने तो शादी के बाद उस हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन भी कर दिया. रिहाना ने बताया कि उसकी शादी साल 2014 में वकील सैफी से घर वालो की मर्ज़ी से हुई थी. रिहाना के दो छोटे बच्चे भी है. शादी के कुछ समय तक तो सब ठीक चलता रहा, लेकीन कुछ समय बाद ही रिहाना से साथ मार पिटाई की घटना आम बात हो गई. रिहाना ने बताया कि 20 फरवरी 2020 को जब पता चला कि उसके पति के चक्कर दीप्ति नाम कि लड़की से चल रहा है और इस बारे मैंने अपने पति से बात की तो रिहाना के पति ने रिहाना को तीन तलाक़ देकर फरार हो गया.
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वकील सैफी रिहाना को तीन तलाक देने के बाद से आज तक घर नहीं आया. वहीं, जब रिहाना ने उसकी शिकायत पुलिस को दी तो पता चला कि उसके पति ने दीप्ति नाम की लड़की से उसका धर्म परिवर्तन कराकर उससे शादी कर की है. रिहाना और उसके परिवार का आरोप है कि वकील का चक्कर दीप्ति से पहले ही चल रहा था और उसने रिहाना से शादी दहेज के लालच में की थी परिवार कि माने तो 4 महीने पुलिस मै शिकायत किए हुए हो गए, लेकिन अभी वकील की गिरफ्तारी पुलिस ने नहीं की है.
Source : News Nation Bureau