दिल्ली पुलिस द्वारा गुरुवार को गिरफ्तार किए गये दिल्ली दंगों के खूंखार शख्स सलमान से पूछताछ जारी है. पता चला है कि दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई चांदबाग इलाके के खतरनाक बदमाश मूसा और सलमान के बीच मोबाइल पर हो रही बातचीत को दंगों के दौरान गुपचुप तरीके से सुन रही थी. जैसे ही सलमान ने मूसा को बताया कि उसने भीड़ के बीच में घुसकर एक आदमी को चाकूओं से गोद डाला है, वैसे ही दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई और स्पेशल ब्रांच (खुफिया विंग) सतर्क हो गई.
यह भी पढ़ेंः सावधान! अस्पताल से भाग निकले कोरोना वायरस के 5 मरीज, कहीं आपके पास तो नहीं आए
दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्तर के एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर शनिवार को बताया कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे फैलते ही हम लोग (स्पेशल सेल) और ब्रांच (स्पेशल ब्रांच) मौके पर पहुंच गए थे. हम दोनों ही इस उम्मीद से इलाके में पहुंचे थे कि शायद दंगों और दंगाईयों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हम लोगों को मिल जायें, क्योंकि लोकल पुलिस लॉ एंड आर्डर के बिगड़े हालातों को काबू करने में जुटी थी.
एसीपी ने बताया कि हम लोगों ने (स्पेशल सेल) कुछ नंबरों को इंटरसेप्ट करना शुरू किया. ये नंबर उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही चल रहे थे. इन्हीं में से एक नंबर पर सेल ने दो शख्सों को बात करते सुना. ये दोनों कौन हैं यह तो तुरंत नहीं पता लगा. हां, एक शख्स दूसरे से कह रहा था कि, भीड़ ने जिस शख्स को बुरी तरह पीटा है, मैंने भी उसके बदन को चाकू से कई बार गोद डाला है. मैं वहां से भाग आया हूं.
यह भी पढ़ेंः माइक्रोसॉफ्ट के निदेशक मंडल से बिल गेट्स (Bill Gates) ने दिया इस्तीफा, लोगों की भलाई के लिए करेंगे काम
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक जब इन दोंनो संदिग्धों के मोबाइल की डिटेल निकाली तो इनमें एक का नाम सलमान और दूसरे का नाम मूसा पता चला. आगे की पड़ताल में पता चला कि सलमान ने अपने हसीन, मुल्ला जैसे और भी कई उप-नाम रखे हुए थे. ताकि पुलिस आसानी से उसकी पहचान न कर सके. जिन मोबाइल पर मूसा और सलमान बात कर रहे थे, ये मोबाइल नंबर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पहले से ही सर्विलांस पर लगाए हुए थी.
उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में हुई हिंसा की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की टीमों को पता चला है कि भीड़ की पिटाई से करीब-करीब मौत के मुंह में जा चुके अंकित शर्मा के ऊपर चाकू से कई हमले करने वाला सलमान अलीगढ़ (यूपी) का रहने वाला है. चांद बाग, मुस्तफाबाद में (24 और 25 फरवरी 2020) फैली हिंसा वाले दिनों में सलमान सुंदर नगरी इलाके में छिपकर रह रहा था.
यह भी पढ़ेंः कोरोना के कारण बेंगलुरू में होने वाली RSS की प्रतिनिधिसभा की बैठक रद्द
भीड़ द्वारा आईबी के सुरक्षा सहायक अंकित शर्मा को बुरी तरह पीटे जाने के बाद उनके बदन पर धारदार हथियारों से भी हमला किया गया था, इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी हो चुकी थी. साथ ही इस सनसनीखेज तथ्य को दंगों की जांच के लिए गठित दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच एसआईटी के एक इंस्पेक्टर ने भी नाम उजागर न करने की शर्त पर माना.
Source : News Nation Bureau