दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर सभी पैमानों को पार कर चुका है, यानी खराब, फिर बेहद खराब, और अंत में गंभीर श्रेणी से भी आगे हवा जहरीली हो चुकी है. दिल्ली के आईआईटी व मथुरा रोड पर 600 के आसपास प्रदूषण का लेवल पहुंच चुका है. नोएडा सर्वाधिक प्रदूषित है.
दिल्ली के विजय चौक स्मोग की चादर से लिपटी हुई है. नॉर्थ ब्लॉक-साउथ ब्लॉक की रंग बिरंगी इमारत है जो स्मोग की चादर में धुंधली पड़ गई है. जिसे देखने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां मौजूद होते थे. लेकिन आज सन्नाटा पसरा है.
दूसरी और इंडिया गेट बिल्कुल नजरों से ओझल है. जो रात में रंग बिरंगी लाइटों से सजा होने की वजह से विजय चौक से साफ साफ नजर आता था.
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वहीं, दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सड़क पर पानी के छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए हैं. जगह-जगह पानी का छिड़काव किया जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के लिए मुख्य कारकों में धूलकण की भी बड़ी भूमिका होती है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को छिड़काव के लिए पानी टैंकरों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए मैंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को प्रत्येक महत्वपूर्ण सड़कों पर पानी का छिड़काव करने का निर्देश दिया है.
Source : News Nation Bureau