Delhi Air Pollution: दिवाली से पहले ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ( Delhi air quality ) और आसपास के इलाकों की आबोहवा बिगड़नी शुरू हो गई है. आज यानी रविवार सुबह दिल्ली धुआं-धुआं दिखाई दी. इसके साथ ही वायु प्रदूषण भी उच्चतम स्तर पर रिकॉर्ड किया गया. सुबह हवा में घुले जहर के कारण मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले लोगों को सांस लेने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. हवा की ऐसी हालत ने सरकार और प्रदूषण विभाग को चिंता में डाल दिया है. हालांकि दिल्ली में दिवाली पर पटाखों का जलाया जाना बैन किया गया है, बावजूद इसके राजधानी में हवा की गुणवत्ता ( Air Quality Index ) खराब होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, हवा में आए इस बदलाव का मुख्य कारण किसानों द्वारा खेतों में जलाई जा रही पराली को माना जा रहा है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 266 (खराब) श्रेणी में है.जानकारी के अनुसार कल धनतेरस के दिन दिल्ली के जुड़े पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में पराली जलाने के मामलों ने जोर पकड़ लिया. एक रिपोर्ट के अनुसार अकेले पंजाब में ही 582 स्थानों पर पराली जलाई गई. इसी तरह हरियाणा में 122 जगहों पर पराली जली. इस तरह से पंजाब में पराली जलाने के अब तक 3114 और हरियाणा में 771 मामले सामने आ चुके हैं.
जैसे-जैसे उत्तर भारत के इलाकों में ठंड बढ़ती जा रही है । ठीक वैसे वैसे यहां के कई राज्यों की हवा प्रदूषण की वजह से खराब होती जा रही है। दिल्ली एनसीआर कि कई शहरों की हवा तो लगातार खतरनाक से गंभीर श्रेणी में पहुंचकर खराब होती जा रही है.इसका कारण CPCB और CSE ने पराली को बताया है. सरकारी एप्लीकेशन सफर के मुताबिक आज सुबह 7 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 266 पीएम 2.5 के साथ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. इसके अलावा नोएडा में भी प्रदूषण का बुरा हाल है. यहां आज सुबह 311 खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया. हालांकि गुड़गांव में यह 139 के साथ मोडरेट केटेगरी में रहा. लेकिन अनुमान है कि दीवाली के बाद यह प्रदूषण दिन पर दिन खतरनाक हो जाएगा.
Source : News Nation Bureau