कई समय सीमाओं को पार कर जाने के बाद यमुना पर बने बहुप्रतिक्षित और प्रसिद्ध सिग्नेचर ब्रिज का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को उद्घाटन किया. यह पुल सोमवार से जनता के लिए खोल दिया जाएगा. उद्घाटन से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हो गई. बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने विवाद के दौरान घूंसा चलाया. तिवारी लोकसभा सांसद भी हैं. पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया.
सरकार का दावा है कि यह देश का पहला असममित केबल से बंधा पुल है, जिससे नमस्ते की झलक दिख रही है. इस पुल पर 154 मीटर ऊंचाई पर एक अवलोकन डेक है जो कि दो महीने के भीतर खुलेगा. यहां से दिल्ली का मनोहर दृश्य दिखाई देगा.
#WATCH BJP Delhi Chief Manoj Tiwari, his supporters and AAP supporters enter into a scuffle at the inauguration of the Signature Bridge in Delhi; Police present at the spot pic.twitter.com/NhvqxudDTT
— ANI (@ANI) November 4, 2018
एक अधिकारी ने बताया, "ऊंचाई पर स्थित अवलोकन डेक में कुछ काम बाकी है और इसे अगले साल की शुरुआत में खोल दिया जाएगा."
575 मीटर लंबा यह पुल 2004 में प्रस्तावित हुआ था और इसे 2007 में दिल्ली कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई थी. यह उत्तरी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करेगा. यह मौजूदा वजीराबाद पुल पर से यातायात दबाव को कम करेगा, यमुना के दोनों ओर वजीराबाद को एक-दूसरे जोड़ेगा. साथ ही पश्चिमी तरफ की आउटर रिंग रोड को पूर्वी तरफ स्थित वजीराबाद रोड से जोड़ेगा.
दिल्ली के लोगों को पुल समर्पित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि लोगों को राजनीतिक दलों को वोट करते वक्त उनसे उनके द्वारा किए कार्यो के बारे में पूछना चाहिए.
उन्होंने कहा, "जो लोग मंदिरों के निर्माण की राजनीति करते हैं, उनका साथ मत दीजिए. नहीं तो, आपका बेटा इंजीनियर बनने के बजाए एक पुजारी बन जाएगा. वोट करने से पहले दलों से पूछिए कि उन्होंने कितने स्कूल, अस्पताल और पुल बनवाए. अगर वे गिनाने में नाकाम रहें तो उनसे कहिए कि उन्हें उनका वोट नहीं मिल सकता."
केजरीवाल ने कहा, "देश के विकास के लिए सरकारों को स्कूलों, अस्पतालों और पुलों का निर्माण करना चाहिए न कि मंदिरों व प्रतिमाओं का."
आप नेता ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि लोग सोचें कि उन्हें पुल चाहिए या प्रतिमाएं.
पुल का उद्घाटन दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय की मौजूदगी में किया गया.
सिसोदिया ने अपने संबोधन में कहा कि यह पुल एक लैंडमार्क होगा और पर्यटन स्थल बनेगा.
उद्घाटन के बाद लेजर शो हुआ.
इसके उद्घाटन से पहले बीजेपी और आप कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हो गई. बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने आप कार्यकर्ताओं पर हाथ छोड़ दिया और इसमें हस्तक्षेप करने वाले पुलिसकर्मी को भी उनका घूंसा लगा.
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, "यह दिल्ली सरकार का कार्यक्रम है. पुलिस मूकदर्शक बनी रही. क्या दिल्ली पुलिस के प्रमुख होने के नाते उप राज्यपाल शांति और व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे?"
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि 'कुछ लोग' नहीं चाहते कि केजरीवाल शासन के अंतर्गत सिग्नेचर ब्रिज का काम पूरा हो.
तिवारी ने 'आप' पर समारोह में आमंत्रित करने के बाद उन पर हमला करने का आरोप लगाया.
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उन्होंने कहा, "मुझे आमंत्रित करने के लिए सिसोदिया का धन्यवाद, लेकिन वे गुंडों के साथ मुझ पर हमला क्यों कर रहे हैं?"
Source : News Nation Bureau